बिछड़े पिता को पुत्र से अपना घर आश्रम रतलाम परिवार ने मिलाया, पढ़े पूरी कहानी

बेटा बोला 2 माह से आपको ढूंढ रहा था बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले थे 12 जून 2025 को रेस्क्यू किया था। अपना घर आश्रम रतलाम ने बिछड़े पिता को 2 माह बाद बेटे से मिलवाया। बेटा आज याने 15 जून को अपना घर आश्रम रतलाम आया और अपने पिता को लेकर बिहार स्थित अपने गांव के लिए रवाना हुआ पिता को देखते ही बेटे की आंखे भर आईं और बोला पापा में आपको 2 माह से ढूंढ रहा था।
अब आपको कहीं नहीं जाने दूंगा...
12 जून 2025 को आरपीएफ पुलिस, रतलाम द्वारा प्रभु को अपना घर आश्रम, रतलाम में भर्ती करवाया गया। आश्रम में भर्ती होने के बाद प्रभु का उपचार सेवा चालू की गई एवं प्रभु से उनके बारे में जानकारी जुटाई गई। प्रभु ने अपना नाम किशुनदेव तांती बताया और अपने गांव का नाम महेशखूंट, जिला खगड़िया बिहार का रहने वाला बताया।
अपना घर आश्रम कार्यालय प्रभारी प्रदीप द्वारा प्रभु के घर का पता लगाकर उनके पुत्र पुरुषोत्तम कुमार के फोन पर संपर्क किया गया और प्रभु से बात कराई तो उन्होंने प्रभु को पहचान लिया और अपने पिता को लेने के लिए आए। पिता को देखते ही पुरुषोत्तम रोने लगा। उसने कहा कि आप जब से घर से निकले हैं आपके बिना घर सूना हो गया है। हमने बिहार के कई शहरों में आपका पता लगाने की कोशिश की लेकिन हमें आपके बारे मे जानकारी नहीं मिल पाई।
आश्रम की समस्त कागजी कार्यवाही पूर्ण करने के बाद प्रभु को उनके पुत्र पुरुषोत्तम कुमार के साथ महेशखूंट, खगड़िया बिहार के लिए सकुशल विदाई दी गई आश्रम परिवार द्वारा प्रभु को ससम्मान विदाई दी गई।
इनका रहा विशेष सहयोग
वेणु हरिवंश शर्मा अनिल रावल अक्षांश मिश्रा शांतिलाल पाटीदार राकेश पाटीदार।।