योजना अपने आप में एक संपूर्ण योजना है, इसका लाभ धरातल स्तर पर अधिकाधिक हितग्राहियों को दिलवाएं- मंत्री काश्यप
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पर रतलाम में सेमिनार सह जागरूकता कार्यशाला आयोजित
रतलाम। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना अपने आप में एक संपूर्ण योजना है। इसमें हितग्राही को आर्थिक उत्थान के लिए ऋण लाभ के साथ ही प्रशिक्षण, क्रेडिट सहायता तथा टूल किट जैसे लाभ भी प्रदान किए जाते हैं। सभी जनप्रतिनिधि, सरपंचगण योजना का लाभ धरातल स्तर पर अधिक हितग्राहियों को दिलवाकर उनके आर्थिक उत्थान में सहभागी बने।
यह बात मध्यप्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य काश्यप ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पर संपन्न सेमिनार सह जागरूकता कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहीं। केंद्रीय सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम विकास कार्यालय इंदौर द्वारा योजना की जानकारी देने तथा ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से शनिवार को रतलाम कलेक्टर सभाकक्ष में आयोजित उक्त कार्यक्रम में सीईओ जिला पंचायत श्री अमन वैष्णव, अपर कलेक्टर श्री आर.एस. मंडलोई, महाप्रबंधक उद्योग श्री मुकेश शर्मा, इंदौर स्थित एमएसएमई विकास कार्यालय निदेशक श्री एस.के. रावत तथा जिले की ग्राम पंचायतो से आए सरपंच, पंच, ग्राम सहायक आदि उपस्थित थे ।
मंत्री श्री चैतन्य काश्यप ने कहा कि ग्राम पंचायतो के सरपंचगण व्यक्तिगत रुचि रखते हुए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ स्थानीय कारीगरों को ज्यादा से ज्यादा दिलवाएं। इस योजना को अच्छे से समझे और क्रियान्वयन करवाए। किसी भी योजना को सफलतापूर्वक लागू करने में शासकीय अमले के साथ-जनप्रतिनिधियों, जनता की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। कल्याणकारी शासन का उद्देश्य यह है कि सरकार जनता के पास पहुंचे। रतलाम जिले में अभी योजना के तहत पंजीयन कम हुआ है इस हेतु और जागरूकता की आवश्यकता है। प्रत्येक व्यक्ति को यह एहसास होना चाहिए कि शासन उसके साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास और शिल्पियों, कारीगरों के आर्थिक उत्थान के लिए बनाई गई पीएम विश्वकर्मा योजना एक अभिनव योजना है। इसका क्रियान्वयन भी सहज बनाया गया है। एक बार जिला समिति से अप्रूव हो जाने के पश्चात हितग्राही को कहीं चक्कर नहीं लगाने पड़ते हैं।
मंत्री श्री काश्यप ने निर्देश दिए कि पीएम विश्वकर्मा योजना में जिला समिति की बैठक कम से कम समय में अधिकाधिक आयोजित की जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा हितग्राही प्रकरणों को समय सीमा में स्वीकृति दी जा सके। श्री काश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश की संस्कृति से जुड़े कार्यों को हाथ में लिया है। इसी प्रकार प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा भी छोटे कारीगरों शिल्पियों के आर्थिक उत्थान के लिए सशक्त कदम उठाए जा रहे हैं। ग्वालियर व्यापार मेला की तर्ज पर ही मुख्यमंत्री द्वारा आगामी दिनों में उज्जैन में विक्रम उत्सव के नाम से एक बड़ा आयोजन किया जा रहा है जहां छोटे कारीगरों, शिल्पियों को अपने उत्पाद बेचने के लिए एक बड़ा प्लेटफार्म मिलेगा। मंत्री श्री काश्यप ने सरपंचगणों से आग्रह किया कि वे आमजन की बेहतरी के लिए कार्य करें। नौकरी की एक सीमा होती है परंतु पीएम विश्वकर्मा जैसी योजनाओं के माध्यम से हम अधिकाधिक व्यक्तियों को आत्मनिर्भर बना सकते हैं, उनका आर्थिक उत्थान कर सकते हैं।
सीईओ जिला पंचायत श्री अमन वैष्णव ने पीएम विश्वकर्मा योजना की विस्तृत जानकारी दी। एमएसएमई कार्यालय इंदौर की वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी सुश्री अनुज्ञा हंडू ने कार्यशाला का संचालन किया।