पूर्व गृह मंत्री कुंवर भारतसिंह का निधन, - बिमारी के चलते शुक्रवार को हुआ निधन,- शहर के साथ ही समुचे प्रदेश के लिए अपूर्णीय क्षति, आज राजकीय सम्मान के साथ होगी अंतिम बिदाई

पूर्व गृह मंत्री कुंवर भारतसिंह का निधन, - बिमारी के चलते शुक्रवार को हुआ निधन,- शहर के साथ ही समुचे प्रदेश के लिए अपूर्णीय क्षति, आज राजकीय सम्मान के साथ होगी अंतिम बिदाई

जावरा। मध्यप्रदेश की राजनीति के कद्दावर नेता, प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री एवं उद्योग मंत्री तथा खेल एवं परिवहन मंत्री रहे कुंवर भारतसिंह का शुक्रवार को  सुबह लंबी बिमारी के चलते 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। भारतसिंह ने रतलाम हास्पिटल में सुबह करीब 7.30 बजे अंतिम सांस ली। नगर पालिका जावरा के पार्षद के साथ ही प्रदेश गृह, परिवहन, उद्योग, वन, जेल, श्रम और सहकरिता सहीत 7 विभागों के मंत्री रहे। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अर्जुनसिंह के कार्यकाल में प्रदेश के गृहमंत्री रहे, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह के कार्यकाल में केबीनेट मंत्री रहे जावरा के साथ सीतामऊ से विधायक रहे। वर्तमान में भी कुंवर भारतसिंह मध्यप्रदेश कांग्रेस के अनुशासन कमेटी के प्रदेश संयोजक के साथ ही दशहरा उत्सव समिति जावरा और जिला बास्केट बल संघ जावरा के मुख्य सरंक्षक रहे, समाजसेवा के क्षैत्र में  अग्रणी क्लब लायंस क्लब जावरा के मेम्बर एट लार्ज सदस्य रहे। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के विभिन्न पदों के साथ ही संरक्षक के साथ ही कई सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं में विभिन्न पदों पर रहकर समाजसेवा में सदैव अग्रणी रहे। अपनी दंबगता और प्रभावित कार्यशैली के चलते सिंह सदैव लोगों के दिलों में राज करते रहेंगे।


कुंवर भारतसिंह ने लगाए जावरा को विकास के पंख -
स्व.कुंवर भारतसिंह की राजनीतिक कार्यकाल की उपलब्धियां इतनी कि गिनने बैठी तो समय लगे। वैसे तो प्रदेशभर में कई काम करवाए लेकिन जावरा नगर की बात करें तो प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी बस स्टैंड इन्हीं के प्रयासों की देन है। 24 वीं बटालियन की स्थापना से लेकर जिले के पहले नवोदय स्कूल की स्वीकृति इनके दौर में हुई। 100 फीसदी विद्युतिकरण, दो डीई कार्यालय, आईए पुलिस थाना, 11.28 मिलियन घन मीटर क्षमता के सबसे बड़े रूपनिया जलाशय, कई डेम, जावरा-सीतामऊ रोड, चौपाटी पेयजल टंकी ही नहीं बल्कि शुगरमिल का राष्ट्रीयकरण, मजदूरों का बकाया भुगतान करवाने, ऋण लौटाने में भी महती भूमिका है। वह तो 1990 में चुनाव हार गए वरना जिस इंजीनियरिंग कॉलेज व औद्योगिक विकास की आज मांग हो रही, यह कब के स्थापित हो चुके होते। बल्कि इंजीनियरिंग कॉलेज तो स्वीकृत होकर स्टाफ आ चुका था। जमीन आवंटित हो गई थी। इंडस्ट्रियल ग्रोथ सेंटर के लिए जमीन आवंटित करवा दी थी लेकिन बाद के जनप्रतिनिधि इसे आगे नहीं बढ़ा पाए।
पार्षद से लेकर केबीनेट मंत्री तक रहे कुंवर भारतसिंह -
शुटिंग के साथ ही फुटबॉल और हॉकी के खिलाड़ी रहे कुंवर भारतसिंह ने वर्ष 1973 में पार्षद चुनाव जीता। 74 में मंडी डायरेक्टर बने। 78 में युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष व 1980 में पहली बार विधायक बने। 82 में खेल एवं युवक कल्याण व वन उपमंत्री व 83 में गृह राज्यमंत्री रहे। वर्ष 1985 के दौर में तो एक तरह से आधा मंत्रालय इनके पास था। तब ये कैबिनेट में गृह एवं परिवहन मंत्री, जेल, उद्योग, श्रम, सहकारिता सहित 7 विभागों के मंत्री रहे। 98 में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री की कमान संभाली। फिर 1998 में पार्टी के कहने पर सीतामऊ जाकर 28 हजार वोटों से जीते तत्कालीन विधायक नानालाल पाटीदार को हराकर एमएलए बने।
राजपूत समाज और खेल जगत में भी था दखल -
पूर्व गृहमंत्री भारतसिंह का केवल राजनीति में ही नहीं वरन् समुचे राजपूत समाज और खेल जगत में गहरी पेठ रही हैं। सिंह क्षत्रिय महासभा व राजपूत बोर्डिंग के संरक्षक रहे, लगभग धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व खेल संस्थाओं में सक्रिय भागीदारी रही। वर्ष 1982 में इंटर जोनल व 1987 में प्री-एशिएन बॉस्केटबॉल स्पर्धा व 1988 में आल इंडिया लेवल टेबल टेनिस टूर्नामेंट तक करवाकर जावरा को खेल जगत में नई पहचान दिलाई।
राजकीय सम्मान के साथ होगी अंतिम बिदाई -
पूर्व गृहमंत्री सिंह की अंतिम यात्रा कल 07 दिसंबर 24 को प्रात: 10.30 बजे उनके निवास स्थान नृसिंहपुरा स्थित गढ़ी से निकलेगी। अंतिम संस्कार जावरा के ईदगाह के पीछे स्थित उनके पेतृक श्मशान पर राजकीय सम्मान के साथ होगा। मुखाग्नि उनके पूत्र नीतिराजसिंह द्वारा दी जाएगी। पूर्व गृहमंत्री के निधन पर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी, ब्लाक कांग्रेस कमेटी जावरा के साथ ही अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा जावरा, जिला बास्केट बॉल संघ जावरा के साथ ही विभिन्न संगठनों, सामाजिक , धार्मिक संस्थाओं ने श्रृद्धासुमन अर्पित किए हैं।    अंतिम यात्रा में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के शामिल होने की सूचना हैं।