शहर की 57 अनाधिकृत कॉलोनियों को मिलेगी मूलभुत सुविधाऐं ,एमआईसी ने निर्णय लिया, नागरिकों को जमा कराना होगा विकास शुल्क, मांगल्य मंदिर पंहूच मार्ग वाली रोड का होगा निर्माण

रतलाम। महापौर प्रहलाद पटेल की अध्यक्षता में आयोजित महापौर परिषद की बैठक में नगर की 57 अनाधिकृत कॉलोनियों मूलभुत सुविधाऐं (नागरिक अधोसंरचना) उपलब्ध कराने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया।
महापौर परिषद ने 1998 के पूर्व की 57 अनाधिकृत कॉलोनियों में मूलभुत सुविधाऐं (नागरिक अधोसंरचना) उपलब्ध कराने का महत्वपूर्ण लिया है इस हेतु नागरिकों को निर्धारित विकास शुल्क निगम में जमा कराना होगा। नगर निगम अनाधिकृत कॉलोनियों स?क, पानी, प्रकाश, नाली आदि की सुविधाऐ ंतो उपलब्ध करायेगी ही साथ ही नागरिक भवन अनुज्ञा प्राप्त कर सकेंगे तथा बैंक से ऋण भी प्राप्त कर सकेंगे।
इसके अलावा प्रदेश का गौरव रतलाम नगर के मांगल्य मंदिर पंहूच मार्ग ओर अधिक सुविधजनक बनाये जाने हेतु सैलाना 4 लेन से गंगा सागर कॉलोनी, गंगासागर टंकी, मांगल्य मंदिर होते हुए टैंकर रोड तक स?क निर्माण की कार्य योजना बनाये जाने हेतु कन्सलटेंट नियुक्ति किये जाने की स्वीकृति महापौर परिषद ने प्रदान की स?क निर्माण होने पर यह क्षेत्र मांगल्य मंदिर कॉरीडोर के नाम से जाना जायेगा। इसके अलावा सैलाना बस स्टैण्ड को विधायक सभागृह के पास स्थानांतरित करने तथा 10 वर्ष, 20 वर्ष, 30 वर्ष एवं 35 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने वाले निगम अधिकारी एवं कर्मचारियों को समयमान वेतनमान का लाभ दिये जाने के प्रस्ताव को महापौर परिषद द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई।
आयोजित बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी 2.0 के अन्तर्गत बीएलसी घटक के में दावा आपत्ति उपरांत पात्र पाये गये 53 हितग्राहियों की अंतिम सूची को महापौर परिषद ने अनुमोदन प्रदान कर सूची जिला कलेक्टर रतलाम को प्रेषित किये जाने के स्वीकृति प्रदान की।
महापौर परिषद की बैठक में महापौर प्रहलाद पटेल के अलावा महापौर परिषद सदस्य भगतसिंह भदौरिया, पप्पू पुरोहित, श्रीमती अनिता कटारा, दिलीप गांधी, धर्मेन्द्र व्यास, विशाल शर्मा, अक्षय संघवी, मनोहरलाल राजू सोनी, रामुभाई डाबी, श्रीमती सपना त्रिपाठी, निगम आयुक्त अनिल भाना, उपायुक्त शशि कपूर, कार्यपालन यंत्री जी.के. जायसवाल, महेश सिरोहिया, सहायक यंत्री अनवर कुरेशी, उपयंत्री राजेश पाटीदार, मनीश तिवारी, शिवम् गुप्ता, निगम सचिव राजेन्द्र शर्मा के अलावा राजेन्द्र पुरोहित, राजेन्द्रसिंह गेहलोत आदि उपस्थित थे।