सिंधी समाज के चालीस दिवसीय चालीहा महोत्सव का समापन, झाली तालाब में विसर्जित की ज्योत

सिंधी समाज के चालीस दिवसीय चालीहा महोत्सव का समापन, झाली तालाब में विसर्जित की ज्योत


रतलाम । भगवान झूलेलाल देव के 26 वें वंशज सूर्यवंशी 1008 परम पूज्य ठाकुर श्री सांई मनीषलाल साहिब जी (सांई भरूचवारा) के सानिध्य में आयोजित 40 दिवसीय पूज्य चालीहा महोत्सव का भव्य समापन हुआ ।
समाज के रमेश चोइथानी ने बताया कि बताया कि सिंधी समाज के सिंधु सेना श्री लाल सांई चालिहा महोत्सव समिति के तत्वाधान में कालिका माता मंदिर परिसर स्थित भगवान श्री झूलेलाल जी मंदिर का 16 जुलाई से आयोजित 40 दिवसीय चालीहा महोत्सव का भव्य समापन 25 अगस्त 2025 को हआ ।


समापन समारोह के उपलक्ष्य में 15 बहिराणा साहेब एक साथ बनाए गए और एक साथ प्रज्जवलित किए गए तथा एक साथ 15 ज्योत साहिब को जल में विसर्जन की गई । समापन के अवसर पर बहिराणा साहेब की सेवा रूकमणी देवी आवतानी, मुरली अवतानी, चन्द्र प्रकाश आवतानी, देवानंद खत्री द्वारा की गई। लंगर प्रसादी की सेवा मुरलीधर आवतनी परिवार द्वारा कीगई। आपने बताया कि चालीहा साहेब में चालीस दिवस तक ज्योत मोदक बनाने की सेवा रोहित बदलानी तथा प्रसादी बनाने की सेवा अजंली जसूजा द्वारा की गई। ज्योत विसर्जन की सेवा हेमंत गणेशवानी, अशोक जसूजा ने की । मूर्ति श्रृंगार मनोज पुजारी द्वारा किया गया तथा भजनों की प्रस्तुति विनोद छेतिया, दीपेश छेतिया ने दी । समापन समारोह में कोटा से आई पार्टी द्वारा मनमोहक प्रस्तुती दी जिसमें हनुमान जी, शिव पावर्ती जी, राधा कृष्ण जी, गोपीयाँ,  माँ कालिका, माँ दुर्गा, भगवान झूलेलाल का प्रतिकात्मक रूप बनाकर भजनों पर नृत्य किया साथ ही रास लीला पर उपस्थित समाज जनों के बीच जाकर सभी के साथ नृत्य की प्रस्तुति दी ।
कार्यक्रम में राजाराम मोतियानी, आर.के. सतवानी, राम लालचंदानी, अशोक हेमनानी, हरीश पंजवानी, नरेन्द्र मेधानी, सुंदर केवलरमानी, धनराज लालवानी, नरेश शर्मा, पंचायत सचिव हाशु कल्याणी, कमलेश दखानी आदि ने अपनी सेवाएं दी । प्रसादी वितरण मीरा दादी, संजय नैनानी, तरुण सोनी, सुनिल फुलवानी, प्रसन्न टेवानी, टीकम सतवानी, वीना आवतानी, सुमित्रा आवतानी, नेहा कल्याणी, नीता ईसरानी, कांतालाल चंदानी, राजकुमार हेमनानी, हर्ष जी, गीता वाधवानी, दिव्या जवरानी, नीलम हेमनानी आदि ने अपनी सेवाएं दी ।
इस अवसर पर सावन माह के अवसर पर विशानवी ग्रुप रतलाम के चिराग असरानी द्वारा एक लाख इक्कीस हजार रुद्राक्ष की माला बनाने के विश्व रिकार्ड बनाने पर उनका शाल श्रीफल एवं प्रतीक चिन्ह देकर का सम्मान आर.के. सतवानी, मुरलीधर आवतानी, रामलाल चंदानी, हाशु कल्याणी एवं रमेश चोयथानी ने किया । चालीस दिवस तक सम्पूर्ण सिंधी समाज के सभी समाजजनों ने सेवा कर आयोजन को सफल बनाया इसके लिए सभी सेवादारों का, सभी समाजजनों का, सभी संस्थाओं का आभार एवं धन्यवाद रमेश चोयथानी ज्ञापित किया।