जीरो मिसिंग फिटिंग ड्राइव पर दिया विशेष जोर - रतलाम स्टेशन पर संरक्षा और स्वच्छता विषय पर सेमिनार का आयोजन
रतलाम : रेल मंडल के संरक्षा विभाग द्वारा रतलाम स्टेशन पर संरक्षा सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में उपस्थित पर्यवेक्षकों व कर्मचारियों को ट्रैक पर कार्य के दौरान, कार्य के उपरांत बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया। उन्हें बताया गया कि ट्रैक पर कार्य के दौरान सबसे पहले सेल्फ सेफ्टी अर्थात ट्रेनों के आगमन पर सतर्क रहने, कार्य सेफ्टी अर्थात कार्य के उपरांत ट्रैक पर कोई भी उपकरण नहीं छोडऩे के बारे में बताया गया, ताकि ट्रेन के आगमन पर कोई असामान्य घटना न हो।
पर्यवेक्षकों, जमादारों व कीमैन के निरीक्षण की बारंबारता, गुणवत्ता बढ़ाने अर्थात निरीक्षण के दौरान रेलवे ट्रैक पर विशेष ध्यान देने, पेंड्राल क्लिप, चाबी आदि की स्थिति, पाइंट व क्रासिंग की विशेष जांच करने, ट्रैक पर कोई पत्थर, लोहे की राड़ या अन्य कोई आपत्तिजनक सामान न हो इसे सुनिश्चित करने आदि के बारे में बताया गया। सेमिनार में उपस्थित सभी पर्यवेक्षकों व कर्मचारियो को भारतीय रेलवे पर चलाई जा रही जीरो मिसिंग फिटिंग ड्राइव की जानकारी दी गई व जीरो मिसिंग फिटिंग ड्राइव के महत्व व फायदे के बारे में बताया गया। कर्मचारियो को अपनी ड्यूटी के दौरान सदैव निर्धारित पूर्ण गणवेश जैसे अपने विभाग की निर्धारित वर्दी, सेफ्टी शूज, सेफ्टी जैकेट, हेमलेट आदि के साथ रहने, इसके महत्व के बारे में भी बताया गया। सेमिनार में उपस्थित सभी कर्मचारियो को आगामी सर्दी के मौसम में अपनाई जाने वाली संरक्षा गतिविधियों की जानकारी देने के साथ ही आपात स्थिति में किए जाने वाले उपाय भी बताए गए। इसके साथ ही सभी कर्मचारियों को अपने घर व कार्यस्थल के आसपास को स्वच्छ रखने के साथ ही स्वच्छता के लिए दूसरों को भी प्रेरित करने हेतु कहा गया। कर्मचारियों को बताया गया कि स्वच्छता का अर्थ काफी विस्तृत है, उसे सिर्फ सफाई करने के संदर्भ में न देखें। रेलवे लाइनों पर कार्य के उपरांत किसी भी उपकरण को नहीं छोडऩा व रेलवे लाइन पर यदि कोई आपत्तिजनक सामान है तो उसे वहां से हटाना भी स्वच्छता ही है।