16 जुलाई से प्रारम्भ होगा सिंधी समाज का चालिहा महोत्सव
रतलाम। सिंधी समाज का आठवां चालिहा महोत्सव 16 जुलाई 2023 से प्रारम्भ होगा जो कि भगवान झूलेलाल के 26 वें वशंज परम पूज्य ठकुर सांई मनीषलाल साहिब के सानिध्य में कालिका माता परिसर स्थित श्री झूलेलाल मंदिर में प्रारम्भ होगा ।
सिंधी पंचायत के सहसचिव रमेश चोथयानी ने जानकारी देते हुए बताया कि रतलाम में विगत 8 वर्षो से निरंतर चालिहा महोत्सव का आयोजन सतत किया जा रहा है। आदिकाल से ही सनातन धर्म में अखंड ज्योत की पूजा अर्चना की जाती है। भगवान झूलेलाल के इस पर्व में जल की आराधना की जाती है । सिंधु समाज का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन भगवान झूलेलाल चालिहा महोत्सव ही माना जाता है। उक्त 40 दिवसीय चालिहा महोत्सव का आयोजन पूरे भारत देश सहित विदेशो में भी सिंधी समाज द्वारा हर्षोल्लास के साथ किया मनाया जाता ह। मंदिर में आस्था रखने वाले सिंधी समुदाय के लोग चालीस दिनों तक व्रत-उपवास रखकर पूजा-अर्चना के साथ सुबह-शाम झूलेलाल कथा का श्रवण भी करते है। इस महोत्सव में झूलेलाल मंदिर को विशेष रूप से सुसज्जित किया जाता है।
रतलाम शहर में यह चाहिला महोत्सव 2015 में शंकर भगत ने प्रारम्भ किया गया था। उक्त आयोजन श्री कालिका मंदिर परिसर स्थित श्री वरुण देव भगवान झूलेलाल मंदिर में मनाया जाता है।
पूज्य चालिहा महोत्सव पर्व सिंधु सेना चालिहा महोत्सव समिति के द्वारा मनाया जाता है जिसमें 40 दिन तक बहिराणा साहेब एवं भजन किर्तन का आयोजन किया जाता है। बहिराणा के विशाल आयोजन में सभी समाज जन बहिराणा में आहुति अर्पण कर एवं ज्योत साहिब का दर्शन लाभ प्राप्त कर अपने परिवार के सुख शांति की प्रार्थना कर सांई दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। बहिराणा साहेब में लाल सांई बहिराणा मंडली के मुख्य भजन गायक विनोद छेतिया एवं उनकी टीम द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जावेगी