किसानों की बदहाली पर विधायक कमलेश्वर डोडियार ने उठाई आवाज, मुआवजे और सहायता की मांग -सैलाना विधानसभा क्षेत्र के किसानों की पीढ़ा मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बताई

सैलाना । रतलाम जिले के सैलाना विधानसभा क्षेत्र के किसान इस वर्ष प्राकृतिक आपदा और मानसून की अनियमितता के कारण गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। क्षेत्र के किसानों को इस साल दो बार बोवनी करनी पड़ी, लेकिन दोनों ही बार अतिवृष्टि और मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों ने उनकी फसलों को पूरी तरह नष्ट कर दिया। इस स्थिति ने किसानों को आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव में डाल दिया है। इस गंभीर मुद्दे को लेकर सैलाना विधानसभा क्षेत्र के विधायक कमलेश्वर डोडियार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और जिला कलेक्टर राजेश बाथम को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
किसानों की बदहाली:-
दोहरी मार का सामना सैलाना क्षेत्र के किसानों ने इस वर्ष खेती में अपनी पूरी मेहनत और पूंजी लगाई, लेकिन प्रकृति ने उनके साथ क्रूर मजाक किया। पहली बोवनी के बाद फसलें तैयार होने से पहले ही भारी बारिश और अतिवृष्टि ने उन्हें नष्ट कर दिया। इसके बाद किसानों ने हिम्मत जुटाकर दोबारा बोवनी की, लेकिन अनियमित मानसून और मौसम की मार ने दूसरी फसल को भी बर्बाद कर दिया। परिणामस्वरूप, किसानों की लागत तो दूर, उनके परिवार के भरण-पोषण के लिए भी कोई आय नहीं बची। यह स्थिति न केवल आर्थिक संकट का कारण बनी है, बल्कि किसानों के मनोबल को भी तोड़ रही है।
विधायक डोडियार का पत्र:-
तत्काल सर्वे और मुआवजे की मांगक्षेत्रीय विधायक कमलेश्वर डोडियार ने इस संकट को गंभीरता से लेते हुए *पत्र क्रमांक/962/VIP2024 के माध्यम से मुख्यमंत्री और जिला कलेक्टर* को अवगत कराया है। पत्र में उन्होंने प्रभावित किसानों के खेतों का तत्काल सर्वे कराने और नुकसान का सटीक आकलन करने की मांग की है। इसके साथ ही, उन्होंने खराब हुई फसलों के लिए उचित मुआवजा प्रदान करने पर जोर दिया है। डोडियार ने कहा, “हमारे क्षेत्र के किसान मेहनती और आत्मनिर्भर हैं, लेकिन प्राकृतिक आपदा ने उन्हें असहाय बना दिया है। सरकार को तुरंत कदम उठाकर इन किसानों को राहत प्रदान करनी चाहिए।
”ऋण माफी और अतिरिक्त सहायता की अपील:-
पत्र में *विधायक डोडियार* ने केवल मुआवजे तक सीमित नहीं रहते हुए, किसानों के लिए व्यापक राहत पैकेज की मांग की है। उन्होंने प्रभावित किसानों के लिए ऋण माफी की मांग की, ताकि कर्ज के बोझ तले दबे किसान इस संकट से उबर सकें। इसके अलावा, उन्होंने अगले बुवाई सीजन के लिए बीज, खाद और अन्य कृषि संसाधनों में विशेष सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया है। डोडियार ने कहा, “किसानों को न केवल तात्कालिक राहत चाहिए, बल्कि उन्हें भविष्य में खेती शुरू करने के लिए भी समर्थन की जरूरत है। यह सहायता उनके परिवारों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करेगी।
”क्षेत्र में पहले भी उठ चुके हैं किसानों के मुद्दे:-
*कमलेश्वर डोडियार सैलाना विधानसभा* क्षेत्र में किसानों और *आदिवासी समुदाय* के हितों के लिए लगातार आवाज उठाते रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने सैलाना कृषि उपज मंडी में व्यापारी भवन निर्माण और सब्जी मंडी में एजेंटों द्वारा अवैध कमीशन वसूली जैसे मुद्दों को उठाया था। उनकी यह सक्रियता न केवल किसानों, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
सरकार से उम्मीद, किसानों में बेचैनी:-
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि उनकी स्थिति बेहद दयनीय हो चुकी है। कई किसानों ने कर्ज लेकर खेती में निवेश किया था, और अब फसल नष्ट होने से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। *विधायक डोडियार* के पत्र के बाद किसानों को सरकार से राहत की उम्मीद जगी है, लेकिन वे चाहते हैं कि सर्वे और मुआवजा वितरण की प्रक्रिया में देरी न हो।
सैलाना विधानसभा क्षेत्र के किसानों की इस दुखद स्थिति ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं के प्रति कृषि क्षेत्र की संवेदनशीलता को उजागर किया है। विधायक कमलेश्वर डोडियार का यह प्रयास न केवल किसानों के लिए राहत की उम्मीद लेकर आया है, बल्कि सरकार के सामने ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों की अनदेखी को भी रेखांकित करता है। अब यह देखना बाकी है कि सरकार इस मांग पर कितनी जल्दी और प्रभावी कार्रवाई करती है, ताकि सैलाना के किसानों को इस संकट से उबरने में मदद मिल सके ।