हुसैन टेकरी पर चूल का मुख्य कार्यक्रम दहकते अंगारों पर नंगे पैर निकली आस्था... खूनी मातम जुलूस के साथ चेहल्लुम पर्व हुआ संपन्न
हुसैन टेकरी शरीफ पर 141 वां चेहल्लुम मनाया गया। धार्मिक स्थल पर दो दिन पूर्व से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी हो गया था। लोबान लेने हजारों श्रद्धालु उमड़े तथा मुख्य धर्म स्थल की जियारत 6 सितंबर की रात 10 बजे आग पर मातम का मुख्य आयोजन शुरू हुआ, जो 7 सितम्बर की सुबह तक जारी रहा। वही दिन में खूनी मातम के साथ समापन हुआ।
आपको बता दें कि जावरा के हुसैन टेकरी पर ऐसी मान्यता है कि चेहल्लुम में अंगारों पर गुजरने से बीमारी व भूत प्रेत बाधा नष्ट होती हैं। इसी के चलते हजारों लोग अपनी समस्या दूर करने के लिए जलती चूल पर चलते हैं। शुरुआत में चूल से पहले (अलमदार) दूल्हे गुजरते हैं। रतलाम जिले के जावरा में देशभर से श्रद्धालु जियारत करने पहुंचे हैं। बड़ी संख्या में देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी आने वाले बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने से पहले जिला और पुलिस प्रशासन व्यवस्थाओं में जुटा रहा। रातभर आयोजन में बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी डयूटी पर डटे रहे।
गौरतलब हैं कि धधकते अंगारों पर नंगे पैर चलने वालो का सिलसिला लगातार रात भर जारी रहा, चूल में अंगारों पर सबसे पहले निकलने के लिए हुसैनी मिशन द्वारा लकी ड्रॉ से 48 दूल्हों का चयन किया गया। ये रात दस बजे के लगभग अंगारों से निकले इनके निकलने के बाद शिया पुरुष व महिलाएं निकली। रात 11 बजे चूल स्थल आमजन के लिए खोल दिया गया।