आबादी क्षेत्र में फर्नीचर गोदाम कल बन गया मुसीबत -अचानक लगी आग से पडोसियो की सांसे फूली, संकरी गली में आग बुझाने के दौरान घंटो करना पड़ी मशक्कत

जावरा। कल शाम शहर के कमलीपुरा क्षेत्र में एक दो मंजिला फर्नीचर एवं इलेक्ट्रॉनिक्स के गोदाम में लगी भीषण आग ने ना सिर्फ गोदाम में रखा सामान जलाकर खाक कर दिया बल्कि यहा आसपास में रहने वाले लोगों की सांसे भी फूला दी। संकरी गली में आग बुझाने में हुई देरी के चलते एक तरफ जहा गोदाम में रखा सामान भटटी की तरह जलता गया वहीं दूसरी तरफ पडोसियो में यह डर रहा कि कही यह आग उनके घरों को चपेट में ना लेले। आग के विकराल रुप ने नगर पालिका, प्रशासन और पुलिस को दौड़ लगवाई तो वहीं आम लोगों ने आग बुझाने में पूरी हिम्मत दिखाई।
दरअसल कमलीपुरा क्षेत्र में स्थित पगारिया फर्नीचर शोरुम में कल अचानक आग की लपटे निकलती दिखी तो पडोसियों ने सूचना गोदाम मालिक बजाजखाना निवासी सुरेश पगारिया को दी। पगारिया और पडोसी जब तक कुछ समझ पाते तब तक आग तेजी से फेली और इस बीच फायर ब्रिगेड को भी सूचना दे दी गई। लेकिन यहा संकरी गली होने से फायर लारियों को पहुंचाने में मुश्किल हो रही थी। इधर आग इतनी बढ़ रही थी कि देखते ही देखते गोदाम में रखे सोफा सेट, गददे, बेड व अन्य फर्नीचर के अलावा कुलर, फ्रीज आदि भी जलते रहे।
इस दो मंजिला गोदाम में जिस तरह आग लगी उसको बुझाने में करीब तीन घंटे लग गए। फायर लारिया अंदर नही जा सकी तो पानी के टेंकरों से आग पर काबु पाने की कोशिश की गई और इस दौरान आम लोगों ने भी मदद करते हुए सामान हटाया या पानी डाला। मौके पर जुटी भारी भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को भी तैनात रहना पड़ा, लेकिन बडा सवाल यह कि आखिर गोदाम में आग कैसे लगी और इस आग से कितना नुकसान हुआ। शोरुम एवं गोदाम मालिक पगारिया के मुताबिक अभी ना तो आग लगने की स्पष्ट वजह पता चली है और ना ही नुकसान का आंकलन हो पाया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या कैमरों में घटना केद हुई है तो कहा कि कैमरे बंद हो गए थे। बहरहाल आग पर तो काबू पा लिया गया लेकिन एक सवाल यह भी है कि क्या रहवासी इलाको में और तंग गलियों में इस तरह के गोदाम जानलेवा साबित नही होंगे। और यदि ऐसा है तो प्रशासन इस दिशा में क्या कार्रवाई करेगा।