रतलामः विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर सेमिनार का हुआ आयोजन, फिजियोथेरेपी के महत्व के बारे में बताया
रतलाम। विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के उपलक्ष्य में, प्रेस क्लब रतलाम में एक सेमिनार आयोजित किया गया। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित वक्ताओं ने भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य फिजियोथेरेपी के महत्व और पुनर्वास में इसकी भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।
सेमिनार में उज्ज्वला तोमर (मनोवैज्ञानिक) ने शिशु रोगों में मनोविज्ञान की भूमिका बताते हुए मनोवैज्ञानिक समर्थन के महत्व पर जोर दिया। इरफान खान ने फिजियोथेरेपी पर माता-पिता का दृष्टिकोण बताते हुए अपने व्यक्तिगत अनुभव को साझा किया।
डॉ. ईश्वर पाटीदार ने ओक्यूपेशनल थेरेपी से दैनिक जीवन में सुधार पर दैनिक गतिविधियों को करने में सक्षम बनाने के लिए ओक्यूपेशनल थेरेपी की भूमिका को समझाया। संध्या शर्मा ने विकलांग बच्चों के योजनाओं और पहलों के बारे में विस्तार से बताया। शशि कुमार ने स्पैशल एजुकेशन के बारे में प्रकाश डाला।
सेमिनार का उद्देश्य फिजियोथेरेपी और पुनर्वास में बहु-विषयक दृष्टिकोण के बारे में शिक्षित और संवेदनशील बनाना था। साथ ही बेस्ट फिजियोथैरेपिस्ट के अवार्ड से डॉ वसुंधरा सिंह को सम्मानित किया गया। आयोजन एक प्रश्नोत्तर सत्र के साथ समाप्त हुआ।