बलिदान दिवस किया महाराजा रतनसिंह को नमन, महाराजा रतनसिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण

रतलाम : रतलाम राज्य के संस्थापक महाराजा रतनसिंह का 367वां बलिदान दिवस मंगलवार को नगर निगम तिराहे स्थित स्मारक स्थल पर मनाया गया। महाराजा श्री रतनसिंहजी बलिदान दिवस समारोह समिति के कार्यक्रम में महापौर प्रहलाद पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, पूर्व महापौर पारस सकलेचा, निगम में उप नेता प्रतिपक्ष कमरूदीन कछावा, सैलाना के दिव्यराजसिंह, शिवगढ़ के मानवेंद्रसिंह, सरवन के यादवेंद्रसिंह अतिथि थे।
प्रारंभ में अतिथियों ने महाराजा रतनसिंह की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर माल्यार्पण किया। दिग्विजयसिंह राठौर व अमरसिंह सैलाना ने साफा बांधा, तिलक लगाकर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
इसके बाद समिति संरक्षक धीरेंद्रसिंह सरवन ने अतिथि परिचय दिया। समिति अध्यक्ष शक्तिसिंह सरवन (पार्षद) ने स्वागत भाषण देते हुए अतिथियों का केसरिया दुपट्टे व पुष्पमालाओं से स्वागत किया। महापौर ने रणजीत विलास पैलेस के मुख्य द्वार के सुंदरीकरण की तर्ज पर संपूर्ण राजमहल के सुंदरीकरण की बात कही। सकलेचा ने कहा कि हमें युवा पीढ़ी को महाराजा रतनसिंह के बलिदान से परिचित करवाना होगा। नारायणसिंह चिकलाना, नरेंद्रसिंह गढ़ीभैंसोला, गजराजसिंह राठौर, कवि धमचक मुलथानी, नृपेंद्र प्रताप सिंह देव (चौहान) का शाल, रतलाम पैलेस द्वार का प्रतीक चिह्न भेंटकर सम्मानित किया गया।
शैलेंद्रसिंह अठाना, गजेंद्रसिंह चौहान बमल, वीरेंद्रसिंह मेजा, भवानीप्रतापसिंह सरवन, शक्तिसिंह बड़छापरा, यशवर्धनसिंह कुशवाह, भानुप्रतापसिंह मलवासा (पूर्व मंडी उपाध्यक्ष), जितेंद्रसिंह सरवन, कुशपालसिंह पंचेड़, अजयपालसिंह मसवाडय़िा, धर्मेंद्रसिंह बड़छापरा, तृप्तिकुमारी पंचेड़, रविराजसिंह सरवन, पृथ्वीपालसिंह पंचे? आदि उपस्थित रहे। संचालन धीरेंद्रसिंह सरवन ने किया। आभार दीपेंद्रसिंह भैंसाडाबर ने माना।