चालिहा महोत्सव के तहत जल ज्योत प्रवाहित की

चालिहा महोत्सव के तहत जल ज्योत प्रवाहित की

रतलाम। श्री कालिका माता मंदिर परिसर स्थित झूलेलाल मंदिर में सिंधु सेना समिति श्रीलाल सांई चालिहा महोत्सव समिति द्वारा आयोजित चालीस दिवसीय पूज्य चालीहा महोत्सव के अन्तर्गत प्रतिदिन विभिन्न धार्मिक आयोजनों के तहत 71 बहिराणे साहब एक साथ बनाए गए। बहिराणे साहब की सेवा राजाराम मोतियानी परिवार द्वारा की गई। रमेश चोयथानी ने बताया कि बहिराणे साहब में एक ज्योत एक मोदक होता है यह ज्योत जल में, तालाब में, नदी में प्रवाहित की जाती है। जिसमें फूलों की सेज बनाकर एक साथ सभी ज्योत प्रवाहित की जाती है। इस जल ज्योति के संगम में ही भगवान श्री झूलेलाल का वास होता है । मोदक चार तरह के अनाज  से बनाए जाते है जिसे ड्रायफ्रूट लगाकर श्रृंगार किया जाता है व जल में प्रवाहित किया जाता है। जिसे जलचर जंतु अपने भोजन के रूप में ग्रहण करते है। ज्योत 40 दिन तक प्रवाहित की जाती है । इस अवसर पर ज्योत बनाने के सेवादार रोहित बदलानी, हेमंत गणेशवानी, राजकुमार गनवानी का शॉल श्रीफल एवं माला पहनाकर सम्मान किया गया।


आज चंद्र दर्शन (चण्ड) के उपलक्ष्य में फाग उत्सव भी मनाया गया, जिसमें गुलाब के फूलों एवं सुगंधित इत्र से होली खेली गई। 71 बहिराणे साहब की सेवा मोतियानी परिवार के सर्वश्री राजाराम, पाहेमल, बाबुलाल, श्रीचंदन, सुगनीचंद, पुरुषोत्तम, राजकुमार, प्रकाश एवं समस्त मोतियानी परिवार द्वारा की गई।
चालीस दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में समाजजन बड़ चढक़र हिस्सा ले रहे है। प्रतिदिन समाज के व्यक्तियों की ओर से बहिराणा साहेब की पूजा का कार्यक्रम आयोजित होता है। कार्यक्रम में भजन गायक विनोद छेतिया, हरिश मेघानी, कपिल, दिपेश छेतिया आदि द्वारा सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी जा रही है। इस अवसर पर हाशु कल्याणी, कमलेश गरवानी, पंकज शर्मा, सिंधु सेना चंदन मोतियानी, योगेश सत्यानी एवं बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।