उज्जैन के युवक की हत्या के सभी आरोपी गिरफ्तार -विशेष अभियान चलाकर पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझाया, १०० से ज्यादा कैमरे चेक किए और सैकड़ों मोबाईल लोकेशन को टे्रस कर खोला हत्या का राज

उज्जैन के युवक की हत्या के सभी आरोपी गिरफ्तार -विशेष अभियान चलाकर पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझाया, १०० से ज्यादा कैमरे चेक किए और सैकड़ों मोबाईल लोकेशन को टे्रस कर खोला हत्या का राज

रतलाम। ढोढर क्षेत्र के परवलिया बांछडा डेरों से लापता हुए उज्जैन के युवक का शव मिलने के साथ ही हत्या की गुत्थी भी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने हत्याकांड के 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिन्होंने विवाद के बाद युवक की हत्या की और शव को पास के ही कुएं में फेंक दिया।
एसपी अमित कुमार ने कल पत्रकार वार्ता में बताया कि 01 नवंबर से गुम उज्जैन के युवक की हत्या हुई है। 3 नवंबर को चौकी ढोढर पर मृतक के भाई सोमिल ने साथियों के साथ पंहुचकर सूचना दी थी कि उसका भाई लोकेश साथियों के साथ परवलिया में आया था। ढाबे पर खाना खाने के लिए रुका था जहां किराने की दुकान पर सिगरेट के दाम को लेकर दुकानदार यश चौहान से उसका झगडा हुआ था। दुकानदार यश चौहान ने उसके 5 साथियों के साथ मिलकर युवकों के साथ मारपीट की थी। विवाद के बाद बाकि साथी तो वहां से निकल गए थे लेकिन लोकेश पीछे रह गया था। लोकेश पिता भंवरलाल तम्बोलिया उम्र 22 साल निवासी राजीव नगर उज्जैन अकेले अपनी जान बचाकर ढोढर तरफ भागा तो यश चौहान व उसके साथियों द्वारा लोकेश का पीछा किया गया। उसको पकडकर उसके साथ फिर मारपीट की। अगले दिन उज्जैन में सभी साथी मिले लेकिन लोकेश नही आया, जिसका मोबाईल भी बंद था। तलाश के लिये वापस परवलिया आए। बाद में चौकी ढोढर पर पहुँच कर घटना के संबंध में सूचना दी। पुलिस द्वारा गुमशुदगी और मारपीट के संबंध में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरु की गई थी।
एसपी अमित कुमार के निर्देशन में एएसपी राकेश खाखा के मार्गदर्शन में एसडीओपी जावरा शक्तिसिंह चौहान, सीएसपी जावरा दुर्गेश आर्मो के नेतृत्व में आरोपीयों की धरपकड और गुमशुदा की तलाश में अभियान चलाया गया था। दो दिन तक एसपी और एएसपी के समेत अन्य अधिकारी मौके पर स्वयं तलाशी अभियान में शामिल रहे। सीसीटीवी शाखा, सायबर सेल एवं विभिन्न टीमों का गठन किया गया।
जावरा ग्रामीण अनुभाग के थाना रिंगनोद, थाना बडावदा, थाना पिपलोदा के प्रभारी, जावरा सिटी अनुभाग के जावरा सिटी एवं इंडस्ट्रियल एरिया के प्रभारी, थाना प्रभारी बिलपांक, सायबर सेल प्रभारी, एफएसएल अधिकारी, डॉग स्क्वाड, सीसीटीवी सेल प्रभारी को भी शामिल किया गया। तलाशी के लिए ड्रोन, 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे, सैकडों मोबाइल की लोकेशन, मुखबिरों की सूचना समेत फील्ड पर बिना रुके दिन रात सर्चिंग की गई। यहां मौके पर डॉग स्क्वॉड और ड्रोन कैमरे की मदद से भी तलाशी शुरु कर दी गई।
एसपी अमित कुमार स्वयं मंगलवार को ढोढर पंहुचे और उनके निर्देशन में बांछडा डेरों में सर्चिंग शुरु की गई। टीमों द्वारा घटना स्थल ग्राम परवलिया के डेरे व आसपास के सभी घरों एवं संदिग्ध स्थानों पर गहन तलाशी ली गई, घटनास्थल के आसपास के निवासियों से पूछताछ की गई। गुमशुदा की तलाश हेतु उसके मोबाईल नंबर एवं संदिग्धों के मोबाईल नंबरों की जानकारी लेकर सायबर सेल की टीम द्वारा सुक्ष्मता से जाँच की गई। ऐसे पांच मकानों को बुल्डोजर से तोडा गया जहां अवैधानिक गतिविधियां लगातार संचालित हो रही थी।
टीम द्वारा घटना स्थल व आसपास हाईवे की होटल एवं ढाबों के करीबन 100 से अधिक कैमरो के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। जांच में घटना स्थल पर एफएसएल की टीम एवं डॉग स्क्वाड की सहायता से सुराग मिले। पास ही नाला और कुंओ की तलाश के लिए एसडीआरएफ ने भी मदद की। उनके 40 जवानों को हर कुएं, तालाब की तलाशी के लिए लगाया गया। कुंए में बलई चलाकर एवं कैमरे की सहायता से भी तलाशी की गई। लेकिन आखिरकार टीम को सुराग मिल गए।

-पहले पुलिस को गुमराह करते रहे आरोपी, लेकिन अंतत: झूठ छीपा नही सके
एसपी ने बताया कि मारपीट करने वाले आरोपी पूछताछ में लगातार गुमराह करते रहे। लेकिन सबूत मिलने पर उन्होंने लोकेश तंबोलिया की हत्या करना स्वीकर किया। बताया कि उनके द्वारा की गई मारपीट में गंभीर चोट आने पर उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद तीन आरोपी बाइक पर बैठाकर उसका शव करीब सवा सौ मीटर दूर सरफराज खान के खेत पर बने हुए कुंए में फैंक आए। निशानदेही पर ग्राम परवलिया के सरफराज खान के खेत पर बने हुए कुंए से गुमशुदा लोकेश तंबोलिया के शव को बरामद किया।
हत्या और मारपीट में साथ देने वाले 6 आरोपीगणों यश पिता राजकुमार चौहान उम्र 20,पीयुष माता सुमन चौहान उम्र 22, रिंकु पिता बंशीलाल चौहान उम्र 19,  अभिषेक माता ममता चौहान  उम्र 25, क्रिश उर्फ विराट पिता रघुवन चौहान उम्र 21, रितीक पिता राजकुमार चौहान उम्र 24 सभी निवासी बांछडेा डेरा परवलिया को गिरफ्तार किया गया। अनुसंधान में राकेश खाखा, एसडीओपी, सीएसपी सहित डॉ अतुल मित्तल, आरआई मोहन भर्रावत, थाना प्रभारी रिंगनोद, थाना बडावदा, थाना पिपलोदा, जावरा शहर आदि की भूमिका रही।