विकास के नाम पर ग्राम पंचायत में फिर हुआ घोटाला, ग्रामीण ने की जिला पंचायत सीईओ को शिकायत, सचिव पर राशि लेकर काम करने का लगाया आरोप
रतलाम। वैसे तो रतलाम जिले की ग्राम पंचायतो में भ्रष्टाचार की शिकायतें होना आम बात है, इन भ्रष्टाचार की शिकायत जिले के अधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक की जा चुकी है लेकिन इन सभी भ्रष्टाचार की शिकायतो पर जांच के नाम पर अधिकारियों द्वारा लीपा पोती कर मामले को दबा दिया जाता है ओर भ्रष्टाचार करने वाले और सक्रिय हो जाते हैं।
जिले में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत एक बार फिर ग्रामीणों ने की है यहां पर बाजना जनपद के ग्राम देवड़ादामा कला में सचिव के ऊपर राशि लेकर काम करने और बिना केसीसी के राशि निकालने की शिकायत ग्रामीणों ने की है।
ग्राम पंचायत में हो भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामीण में जिला पंचायत सीईओ को की है जिसमें बताया गया है कि पंचायत में बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार हो रहा है। मध्य प्रदेश शासन की महत्वपूर्ण योजना लाडली बहन व पीएम उज्जवल योजना के आवेदन हितग्राही महिलाओं एवं लोगों द्वारा ग्राम पंचायत कार्यालय भरे जा रहे हैं जिसके लिए सचिव द्वारा हमारा आवेदन लेने से मना कर गाली गलौज कर रहा है तथा पीएम आवास के आवेदन के नाम पर रिश्वत की मांग की जा रही है। इसी प्रकार गांव के गलिया पिता दमना डामोर को निवासी हेवड़ा दामा कला द्वारा कपिलधारा कूप निर्माण का आवेदन करने के नाम पर सचिव द्वारा बतौर रिश्वत के तौर पर रूपये मांगे और नही देने पर गाली गलौज कर आवेदन नही लिया गया। रूपा पिता दहालिंग डामर वह भी कपिलधारा के आवेदन लेकर गया रिश्वत के रूप में पैसे मांगे तो नहीं देने पर उसको भी भगा दिया गया। इसी प्रकार ग्राम पंचायत हितग्राही रत्न पिता हरजी डामोर निवासी हेवड़ा दामा कला के घर पास की टी.एस. बनाई गई थी। कुल 5 टी.एस. बनाई गई ओर मात्र 1 होज का निर्माण किया गया ओर समस्त राशि आहरण कर ली गई। इसी प्रकार विधायक निधी से सार्वजनिक चबूतरा निर्माण की राशि ग्राम पंचायत सचिव प्रताप मचार ने निकाल ली। सचिव प्रताप मचार द्वारा मनमानी की जा रही है।