पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई धांधली की आशंका को लेकर ज्ञापन दिया

रतलाम/जावरा। पटवारी भर्ती परीक्षा में बड़ी धांधली की आशंका व्यक्त करते हुए जावरा क्षेत्र के  अभ्यर्थियों ने बुधवार को पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह सोलंकी के नेतृत्व में राज्यपाल के नाम तहसीलदार लीना जैन को ज्ञापन सौंपकर भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की। 

ज्ञापन के पूर्व उपस्थित अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए सोलंकी ने कहा कि कुछ समय पूर्व मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा के रिजल्ट में बड़ी धांधली और फर्जीवाड़ा होने की बात सामने आई है। चूंकि भर्ती परीक्षा के टॉप 10 की लिस्ट में से सात उम्मीदवार ग्वालियर के एक ही परीक्षा केंद्र जो भाजपा के वर्तमान विधायक संजीव कुशवाहा का है जो वहां से चुने गए हैं। साथ ही इस एकमात्र सेंटर से 114 लोगों का चयन होना, इन सभी उम्मीदवारों के रोल नंबर की सीरीज भी एक जैसी होना तथा इन टॉपर उम्मीदवारों का अंग्रेजी के विषय में 25 में से 25 नंबर लाना व इन सभी के हस्ताक्षर हिंदी वर्णमाला में होना अपने आप में संदेह पैदा करता है।

सोलंकी ने आरोप लगाया कि वर्ष 2020 में कृषि विस्तार एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी पदों के लिए भर्ती परीक्षा में भी इसी प्रकार टॉप 10 उम्मीदवारों के नंबर एक जैसे पाए जाने पर जांच में फर्जीवाड़ा पाया गया था। इस परीक्षा को बाद में निरस्त करना पड़ा था। पटवारी भर्ती परीक्षा में भी इसी प्रकार के फर्जीवाड़े की पूर्ण आशंका है।

मध्य प्रदेश की भर्ती परीक्षाओं में गत वर्षों में लगातार हो रहे इस प्रकार के फर्जीवाड़े और धांधली से ना सिर्फ मध्यप्रदेश की छवि देशभर में धूमिल हो रही है बल्कि ऐसा करके बार-बार मध्यप्रदेश के होनहार योग्य और मेहनती युवाओं का वर्तमान और भविष्य बर्बाद करने का कार्य किया जा रहा है। इस प्रकार से मध्य प्रदेश के लाखों हकदार युवाओं के साथ धोखाधड़ी कर चंद रुपयों के लालच में इस तरह के फर्जीवाड़े की सीबीआई जांच करवाकर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

ये थे ज्ञापन देने में
ज्ञापन देने में कांग्रेस पार्षद पप्पु चरोडिया, पार्षद कान्हा हाड़ा, दीपाली कुमावत ऐडवोकेट, राधेश्यम अस्तोलिया, अजय पाटीदार, हिमांशु पाटीदार, मोहित यादव, आशीष शर्मा, दीपिका लुहार, मेघराज सिंह सहित युवा अभ्यर्थी शामिल थे।