निगम को चुना लगाने वाले राजस्थान मेगा ट्रेड फेयर को सील किया, निगम के कर्मचारी तैनात, निगम ने सम्पत्ति जब्त का बोर्ड लगाया

निगम को चुना लगाने वाले राजस्थान मेगा ट्रेड फेयर को सील किया, निगम के कर्मचारी तैनात, निगम ने सम्पत्ति जब्त का बोर्ड लगाया

रतलाम। निगम को लाखों रुपए का चुना लगाकर मेला संचालित करने राजस्थान मेगा ट्रेड फेयर को नगर निगम ने शनिवार को सील कर दिया। निगम की टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों प्रवेश द्वारों को सील किया और मेला संचालक के झूले व अन्य सामान पर दिल लगाते हुए जब्त कर पंचनामा भी बनाया। ये पूरी कार्रवाई (coverstory24) के द्वारा प्रकाशित खबर से ही हुई हैं। जिसमें मेला संचालक द्वारा भारी अनियमितता बरतते हुए निगम के जिम्मेदारों के साथ मिलीभगत कर लाखों रुपए का चूना लगाया था।

इसके बाद निगम के जिम्मेदारों ने मेला संचालक अशोक जैन को पहले ही 79 लाख रुपए के बकाया राजस्व की वसूली के लिए नोटिस जारी किया था, जिसकी अंतिम तिथि 9 मई 2025 थी। लेकिन मेला संचालक द्वारा नोटिस की अवधि पूरी होने के बाद कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद निगम ने सख्त रुख अपनाते हुए मेला बंद करवाते हुए इसके पूरे परिसर को सील कर दिया ओर यहां कर्मचारियों को तैनात कर दिया।

दरअसल coverstory24 पर प्रकाशित खबर पर मुहर इस बात पर लगी है कि मेले के लिए निगम से 10 हजार स्क्वेयर फीट जमीन की अनुमति लेकर संचालक अशोक जैन ने 1.30 लाख स्क्वेयर फीट भूमि पर कब्जा कर लिया था। अनुमति अनुसार 30 दिन के लिए 6.06 लाख रुपए की राशि जमा कराई गई, जबकि वास्तविक किराया 2 रुपए प्रति स्क्वेयर फीट प्रतिदिन के हिसाब से लगभग 78 लाख रुपए बनता है। इस गड़बड़ी से राज्य शासन को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। coverstory24 की पड़ताल में यह भी सामने आया कि निगम के कुछ जिम्मेदार अधिकारियों की सांठगांठ से यह घोटाला अंजाम दिया गया। सूत्रों के अनुसार, इस पूरे लेन-देन में 20 लाख रुपए तक की ऊपरी वसूली भी की गई थी।

coverstory24 की खबर के बाद निगम की गलियारों  में मचा था हड़कंप 
2 मई 2025 को coverstory24 ने खबर प्रकाशित कर इस पूरे प्रकरण का पर्दाफाश किया था, जिसके बाद नगर निगम हरकत में आया। अवैध कब्जे की नपती के बाद संचालक को नोटिस भेजा गया, लेकिन समयसीमा खत्म होने तक कोई जवाब नहीं दिया गया। मेले को सील करने की कार्रवाई उपायुक्त करुणेश दंडोतिया के नेतृत्व में की गई, जिसमें निगम की बड़ी टीम मौजूद रही। अब मामले की गहराई से जांच की जा रही है और भविष्य में संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई की संभावना है।