मिशन शक्ति एवं बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ के तहत बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया

मिशन शक्ति एवं बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ के तहत बालिकाओं  का स्वास्थ्य परीक्षण किया

रतलाम। महिला एवं बाल विकास द्वारा शासकीय अजा और अजजा कन्या छात्रावासों की किशोरी बालिकाओं के लिए स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम हुआ, वही दूसरी ओर किशोरी बालिकाओं को माहवारी स्वच्छता के बारे में समझाईश दी गई। साथ-साथ टीम द्वारा कैरियर परामर्श को कन्या छात्रावास की बालिकाओं के लिए आवश्यक मानते हुए ’’कैरियर परामर्श’’ पर भी निशाना ताना गया। अभ्यास कोचिंग इंस्टीट्यूट रतलाम के शिक्षक डाॅ0 विकास जैन और शिक्षक  राहुल कुमावत द्वारा बालिकाओं को आत्मनिर्भर होने के सरलतम गुर बताए गए। कक्षा 9 से कक्षा 12 तक की एनसीईआरटी की पुस्तकों को कंठस्थ कर कैरियर की दिशा में सफलता प्राप्त करने का संदेश दिया। साथ ही साथ कठिन प्रश्न याद न रहने की दशा में उनको सरल उपाय से याद रखना सिखाया। 

यह शिविर  जिला कार्यक्रम अधिकारी  रजनीश सिन्हा के सफल मार्गदर्शन एवं सहायक संचालक एवं हब की नोडल अधिकारी सुश्री अंकिता पण्ड्या के सशक्त नेतृत्व तथा डीपीएम  अजहर अली  के सहयोग  से किया गया।

पर्यवेक्षक श्रीमती ज्योति सोनी द्वारा और डाॅ0 किरण गोस्वामी  द्वारा बालिकाओं को माहवारी के दौरान स्वच्छता रखने का मार्गदर्शन दिया साथ ही साथ माहवारी के दौरान बालिकाओं को आ रही समस्याओं का निदान भी बताया गया। 
जिले के लगभग 21 छात्रावासों में लगभग 2500 छात्राओं के लिए उपरोक्त आयोजन हुए। स्वास्थ्य परीक्षण कर समस्त छात्रावासों में अधिकतम हिमोग्लोबिन वाली बालिका को जहां एक ओर ’’मिस हिमोग्लोबिन’’ के अवार्ड से नवाजा गया तो वही दूसरी ओर बालिकाओं को दिए गए ज्ञान, संदेश पर आकस्मिक ’’हब क्विज’’ का आयोजन कर  प्रथम विजेताओं को पुरूस्कार से नवाजा गया। इस तरह बालिकाओं ने जहां एक ओर विजेता बनने की चाह में आवश्यक विभागीय जानकारी को गृहण किया तो वही दूसरी ओर ’’कैरियर परीमर्श’’ से आत्मबल बढ़ा और आत्मनिर्भर बनने के लिए सशक्त हुई। 
आयोजित कार्यक्रम की सफलता बालिकाओं की तालियों दे रही थी और पढ़ने और कुछ बनने की लिए डाॅ0 विकास जैन सर की मांग से हुई। 
कार्यक्रम के दौरान महिला बाल विकास की हब की लिपिक श्रीमती यशोदाकुवर राजावत द्वारा बालिकाओं को सदैव अपने साथ अपने बैग में 2 सैनेटरी पेड अनिवार्य रूप से रखने का मार्गदर्शन दिया ताकि अनायास माहवारी आने पर बालिका को किसी भी स्थान पर परेशानी न आए। साथ ही सदैव अपने बेग में  पानी से भरी एक बोतल और खाने योग्य पदार्थ रखने की सलाह दी। महिलाओं और बालिकाओं के हितार्थ हेल्पलाईन नंबर के पैम्फलेट उपलब्ध कराए गए। पैम्फलेट की उपयोगिता को भी बताया गया। 
बढ़ती आधुनिकता के दौर में डाॅ0 विकास जैन ने ’’मां’’ शब्द के साथ सुबह प्रथम कदम रखने का संदेश दिया। साथ ही अपने माता-पिता, अभिभावकों, छात्रावास में वाॅर्डन और स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं के महत्व को बताते हुए संस्कारित जीवन का मार्गदर्शन दिया। डाॅ0 विकास जैन ने भारत माता की जय और वन्दे मातरम के साथ अपना उद्बोधन शुरू किया वही बेटी की कविता को लयबद्ध का बालिकाओं का मन मोह लिया। 
वनस्टाॅप सेण्टर की केन्द्र प्रशासक श्रीमती नीता परिहार द्वारा वनस्टाॅप सेण्टर पर पीड़ित बालिकाओं के घटनाक्रमों से बालिकाओं को रूबरू कर भटकाव से बचने का संदेश दिया । माहवारी में अनियमितता वाली बालिकाओं को चिन्हांकित कर वाॅर्डन को स्त्री रोग विशेषज्ञों से परामर्श की सलाह डाॅ0 किरण गोस्वामी द्वारा दी गई। 
कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा किया गया, विभागीय टीम में समन्वयकर्ता मुख्य भुमिका श्रीमती यशोदाकुंवर राजावत की रही। सहयोग श्रीमती नीलम वाघेला, श्रीमती ज्योति सोनी, वनस्टाॅप सेण्टर की केन्द्र प्रशासक नीता परिहार, डीईओ पीएमएमवीव्हाय इमरान अहमद एवं आॅपरेटर अभिषेक श्रीवास्तव की रही। 
बालिकाओं ने दिए गए ज्ञानवर्धक संदेश के लिए स्वयं आगे आकर टीम का आभार माना और भविष्य में पुनः रूबरू होने की चाह रही।