रतलाम में सांड के हमले से घायल की मौत : रहवासियों और परिजनों में आक्रोश, चक्काजाम कर लगाए मुर्दाबाद के नारे दिखाई चूडिय़ां - प्रदर्शन स्थल पर महापौर, एसडीएम और निगम आयुक्त पहुंचे, आक्रोशितों ने सुनाई जमकर खरी-खरी

रतलाम में सांड के हमले से घायल की मौत : रहवासियों और परिजनों में आक्रोश, चक्काजाम कर लगाए मुर्दाबाद के नारे दिखाई चूडिय़ां  - प्रदर्शन स्थल पर महापौर, एसडीएम और निगम आयुक्त पहुंचे, आक्रोशितों ने सुनाई जमकर खरी-खरी

रतलाम। जिला मुख्यालय में दो दिन पूर्व सांड की लड़ाई से चपेट में घायल हुए व्यक्ति की बुधवार सुबह मौत हो गई। इससे क्षेत्रवासियों ने नगर निगम के खिलाफ आक्रोश पनप गया है। रहवासियों ने बीच सडक़ पर शव रख कर चक्काजाम किया और जिम्मेदार जिला सहित निगम प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए है। प्रदर्शन स्थल पर महापौर प्रहलाद पटेल, एसडीएम अनिल भाना, नगर निगम आयुक्त हिमांशु भट्ट पहुंचे। यहां पर आक्रोशित रहवासी और परिजन ने जिम्मेदारों के खिलाफ नामजद मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए चूडिय़ां दिखाई। इस दौरान काफी माहौल गरमाया और जमकर बहसबाजी भी देखने को मिली।

बता दें कि रविवार को रतलाम स्थित तेजानगर में स्थानीय निवासी मोहनबाई पति ज्ञानसिंह गुगलिया, अपने बेटे राजेश (45) पिता ज्ञानसिंह गुगलिया के साथ घर के बाहर बैठी थी। अचानक सांड लड़ते हुए मौके पर पहुंचे और उन्होंने मां-बेटे पर हमला कर दिया। घटना में मां-बेटे दोनों घायल हो गए थे। मां को प्राथमिक उपचार कर रविवार को ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया था। जबकि गंभीर घायल बेटा राजेश जिला अस्पताल में भर्ती था। बुधवार सुबह 6 बजे राजेश की मौत हो गई। राजेश की मौत के बाद क्षेत्रवासियों में नगर निगम के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि वार्ड में लगातार आवारा मवेशी घूमते रहते है, लेकिन नगर निगम ध्यान नहीं देता। क्षेत्र के पार्षद अक्षय संघवी ने बताया कि क्षेत्र के राजेश गुगालिया को दो दिन पूर्व सांड ने हमला कर दिया था। आज सुबह उनका निधन हो गया। शहर में कई अवैध तबेले संचालित हो रहे हैं। जिन पर जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

आवारा मवेशी से दूसरी जानलेवा घटना
तेजा नगर क्षेत्र में सांड के हमले से व्यक्ति की मौत से ठीक चार माह पूर्व टाटा नगर क्षेत्र में आवारा मवेशी के हमले से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो चुकी है। मई 2024 में टाटा नगर निवासी शांताबाई (60) घर के बाहर बाटी सेंक रही थी। तभी दो सांड लड़ते हुए महिला पर गिर गए थे। घटना में घायल महिला को अगले दिन सुबह परिजन अस्पताल लेकर गए थे। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद कुछ दिन तक नगर निगम ने सडक़ पर घूमने वाले मवेशियों को पकडऩे की रस्म निभाई, लेकिन इसके बाद आवारा मवेशी फिर से सडक़ों पर हादसों का कारण बनने लगे। नगर निगम के जिम्मेदारों की लापरवाही का नतीजा है कि रविवार को फिर सांड के हमले में घायल बेटे की मौत हो गई और माता-पिता का सहारा छिन चुका।