शहर से लेकर गांव तक पानी पानी हुआ रतलाम, कई जगह रास्ते हुए बंद
झमाझम बारिश ने पूरा किया सालभर का कोटा,पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक 10 इंच बारिश बाजना में हुई, रातभर की बारिश से जिले में 40 इंच का आंकड़ा पार हुआ
नदी नाले उफान पर, कई जगह रास्ते हुए बन्द, धोलावाढ डैम का एक गेट खोल केदारेश्वर का झरना भी बहने लगा
रतलाम। अगस्त के महीने में बारिश के लिए परेशान हुए लोगों के लिए सितंबर में राहत की बारिश हुई और पिछले 24 घंटे की झमाझम ने तो पर्याप्त बारिश कर दी। रतलाम समेत पूरे जिले में रातभर बारिश हुई जिससे एक तरफ जहा बारिश का आंकड़ा 40 इंच से उपर चला गया वहीं कुछ विकासखंडों में इतनी बारिश हुई कि आंकड़ा 7 से 10 इंच तक भी पहुंचा। लगातार हो रही बारिश की वजह से धोलावाड़ डेम का एक गेट खोल दिया गया वहीं केदारेश्वर का प्रसिद्ध झरना भी बहने लगा है।
सामान्य बारिश से पीछे चल रहे रतलाम जिले के लिए पिछले 24 घंटे काफी राहत भरे रहे। जोरदार बारिश से रतलाम जिले के सामान्य बारिश का कोटा पूरा हो गया है। जिले के सभी विकासखंड में जोरदार बारिश हो रही है और पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा बाजना विकासखंड में 10 इंच बारिश दर्ज की गई है।
जोरदार बारिश ने किसानों से लेकर आम जनता के चेहरे खिला दिए हैं। जिले में शनिवार सुबह तक कुल 40 इंच औसत बारिश दर्ज की जा चुकी है। ऐसे में जिला सामान्य बारिश के आंकड़े को पार कर गया है।
आज सुबह 8 बजे तक मिले बारिश के आंकड़े के मुताबिक पिछले २४ घंटो में जिले के रतलाम विकासखंड में 3 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है। आलोट में 7 इंच, जावरा में 3 इंच, ताल में पौने 4 इंच, पिपलोदा में भी पौने 4 इंच, बाजना में सबसे अधिक 10 इंच, रावटी में 6 इंच से अधिक और सैलाना में 5 इंच बारिश दर्ज की गई है।
इस प्रकार यदि सीजन में अभी तक हुई बारिश की बात करें तो रतलाम विकासखंड में शनिवार सुबह तक 37 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है। आलोट में 42 इंच, जावरा में 43 इंच, ताल में 33 इंच, पिपलोदा में 29 इंच, बाजना में 54 इंच, रावटी में 37.5 इंच और सैलाना में 42 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है। इस प्रकार जिले में औसत बारिश ४०इंच हो चुकी है।
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-बारिश के चलते सुबह-सुबह जारी हुआ छुटटी का आदेश, कई स्कूलों ने बच्चों को घर लौटाया
रातभर बारिश का सिलसिला जारी रहा जिससे नदी नाले उफनने लगे तो वहीं सुबह भी बारिश बंद नही हुई। ऐसे में जिला कलेक्टर ने स्कूलो में छुटटी घोषित जारी कर दिया। हालांकि जबतक आदेश जारी हुआ और सबको इस बारे में जानकारी मिली तब तक कई बच्चे स्कूल जा चुके थे और जब स्कूलों को इस आदेश के बारे में जानकारी मिली तो उन्होने बच्चों को वापस घर की और रवाना किया।