पटवारियों ने तिरंगा रैली निकालकर दिया ज्ञापन

पटवारियों ने तिरंगा रैली निकालकर दिया ज्ञापन

आठ दिन से अनिश्चिकालीन हड़ताल पर है पटवारी संघ
रतलाम। प्रदेश पटवारियों की 25 वर्षों से लंबित मांगो का शासन द्वारा कोई निराकरण नहीं किये जाने से नाराज होकर पूरे प्रदेश के पटवारियों ने 28 अगस्तसे हड़ताल कर रखी है। इसके साथ ही पटवारियों ने अपनी मांगो को लेकर तिरंगा रैली निकाली और तहसीलदार को ज्ञापन दिया। इसके साथ ही रविवार को मुख्यमंत्री द्वारा राजस्व अधिकारी संघ के सदस्यों से वेतनवृद्धि की मांग को लेकर आगामी दिवसों में सामुहिक अवकाश पर जाने घोषणा पर मुलाकात कर उनकी समस्याओं के निराकरण की बात कही और पटवारियों की हडताल के संबंध में कहा कि मैं हडताली कर्मचारियों से बात नहीं करता। आप लोगों से इसलिये मिल रहा हॅु क्योंकि आपने हडताल से पहले मुझसे भेंट की है। मुख्यमंत्री की इस गलत बयानी से पूरे प्रदेश के पटवारियों में रोष की लहर दौड गयी। आज पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर तिरंगा रैली निकाली गयी जिसमें मुख्यमंत्री की इस गलतबयानी को लेकर भी खूब नारेबाजी हुई।
जिला पटवारी संघ ने तिरंगा रैली गुलाब चक्कर से निकालकर दो बत्ती होती हुई कोर्ट चौराहे पहुंची। इसके साथ ही शहर तहसीलदार ऋषभ ठाकुर को तिरंगा  और ज्ञापन सौंपा।
पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण पाटीदार ने बताया कि माह फरवरी से मध्यप्रदेश पटवारी संघ लगातार ज्ञापन विभिन्न माध्यमों से मुख्यमंत्री के नाम देता आ रहा है। 25 मई को संघ के प्रांताध्यक्ष द्वारा मुख्यमंत्री से भेंट कर पटवारीयों की 25 वर्षों की लंबित मांगो का निराकरण के लिये ज्ञापन भी सौंपा गया था जिसको प्रमुख समाचार पत्रों द्वारा भी प्रकाशित किया गया था। दिनांक 23 अगस्त से 3 दिन के अवकाश पर जाने से पूर्व भी मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया था एवं 26 अगस्त को भोपाल में ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा भी निकाली गयी थी जिसमें पूरे प्रदेश से आये 15000 से अधिक पटवारी सम्मिलित हुऐ थे। इन सबके बावजूद मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर रहते हुऐ गलतबयानी किया जाना बडे खेद का विषय है। जिसके कारण सभी पटवारियों में रोष व्याप्त हो गया है। अगर अब भी प्रदेश सरकार द्वारा पटवारियों की मांगो के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया जाता है तो प्रदेश के पटवारी भूख हडताल के साथ साथ आमरण अनशन पर भी जाने से नहीं चूकेंगे।
संभागाध्यक्ष हेमंत सोनी द्वारा कहा गया कि संयुक्त कर्मचारी मोर्चा, तृतीय श्रेणी कर्मचारी संघ एवं अन्य कर्मचारी संगठनों का भी समर्थन पटवारी संघ को मिल रहा है एवं वे भी इस आंदोलन में शामिल होकर सरकार की इन दमनकारी नीतियों का विरोध करेंगे।