घर में घुसा तेंदुआ: रातभर ग्रामीणों ने दहशत में रात गुजारी

घर में घुसा तेंदुआ: रातभर ग्रामीणों ने दहशत में रात गुजारी

उज्जैन की टीम ने रेस्कयू कर पकड़ा, रतलाम के अमले के पास संसाधन की कमी नजर आई


रतलाम। सैलाना के बोदिना में बीती रात एक घर मे तेंदुआ घुसने से दहशत मच गई। तेंदुए की दहशत के कारण रातभत ग्रामीण सहमे नजर आए। सूचना मिलने पर वन अमला मौके पर पहुंचा लेकिन संसाधनों की कमी के कारण उज्जैन की टीम का इंतजार करता रहा। तेंदुए को पकडने के लिए उज्जैन से रेस्क्यू टीम सुबह पौने चार बजे ग्राम बोदिना पहुंची। एक घंटे से अधिक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में तेंदुए को बेहोश कर कब्जे में लिया। तेंदुए का रेस्क्यू होने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सास ली। वही वन अमले की विफलता सामने आई।
जानकारी के अनुसार सैलाना कृषि उपज मंडी में काम करने वाले बोदिना निवासी गोपाल पिता रामेश्वर हायरी के मकान में तेंदुआ घुस गया। उस समय घर के अंदर गोपाल की पत्नी यशोदा सहित 16 वर्षीय पुत्री कुमकुम और 12 वर्षीय पुत्र अमित घर मे सो रहा था। बाहर तेंदुए को लेकर शोरगुल हुआ तो यशोदा एवं पुत्री कुमकुम बाहर निकली और इसी बीच तेंदुआ इनके घर में घुस गया। जब यशोदा ने बताया कि उसका बेटा अमित घर में ही सो रहा है तो पास में रहने वाले दिनेश पाटीदार एवं समरथ पाटीदार ने घर के पतरे उठाकर गोपाल के पुत्र अमित को बाहर निकाला और बाहर से दरवाजा लगाकर सैलाना पुलिस सहित वन विभाग को सूचना दी। इसके बाद वन विभाग ने आकर मोर्चा संभाला और तेंदुआ जिस बरामदे में था उसे लोहे की जाली से कवर कर दिया। सुबह पौने चार बजे उज्जैन से तेंदुआ पकडने की टीम बोदिना पहुंची। करीब एक घंटे से अधिक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तेंदुए को तडके बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर पकड़ा गया। तेंदुए के बेहोश होने के बाद उसे रस्सी के जाल मे बांध दिया गया, उसके बाद फिर उसे लोहे के एक बडे से पिंजरे मे बंद कर दिया।
रेस्क्यू टीम प्रभारी मदन सिंह मोर्य ने बताया कि फिलहाल वन विभाग की टीम तेंदुए को लेकर रतलाम जाएगी, जहां उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। परीक्षण के दौरान अगर वह बीमार पाया तो उसे इलाज के लिए इंदौर ले जाया जाएगा अन्यथा उसे गांधीसागर अभयारण्य क्षेत्र में छोड दिया जाएगा।
मौके पर सैलाना थाना प्रभारी अय्यूब खान, धामनोद चौकी प्रभारी लिलियन मालवीय, एसआई मनोज पाटीदार, वन विभाग की रेंजर सीमा सिंह, एसडीओ आफताब खान, डिप्टी रेंजर बाबूलाल मालवीय सहित वन अमला मौजूद था।

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-सुस्त वन अमला ग्रामीणों ने दिखाई हिम्मत
तेंदुए के घर में घुसने के बाद जहा पुलिस और ग्रामीण मौके पर पहुंचे वही सूचना मिलने पर वन अमला बिना किसी संसाधन के मौके पर पहुंच गया। वो तो गनीमत रही कि उज्जैन की टीम लेट ही सही बोदिना पहुंच गई और तेंदुए को पकड़ लिया वरना रतलाम जिले के वन अमले के पास तेंदुए को पकडऩे के लिए कुछ खास संसाधन नही थी। जिस वजह से वन अधिकारी मौके पर पहुंच कर सिर्फइतिश्री करते नजर आए। इस दौरान ग्रामीणों ने तेंदुए को पकडऩे में मदद की और रात भर उसपे नजर रखी।