आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओ ने रेली निकाल दिया ज्ञापन
रतलाम। जिले की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपनी लंबित मांगों के निराकरण को लेकर जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। इसके साथ ही गुलाब चक्कर से रैली निकाल अपनी ताकत भी दिखाई। बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने कलेक्टोरेट में पहुंच जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन तहसीलदार ऋषभ ठाकुर को सौंपा।
अधिकारियों को सौंपे गए ज्ञापन में 7 सूत्रीय मांगे प्रमुख है। ओर 10 दिन में समस्याओं के निराकरण की मांग की है। मांग पूरी नहीं होने पर पुनः आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
ज्ञापन देने आई कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं का कहना था कि विभाग द्वारा जो दायित्वों व कार्य हमे सौंपे जाते हैं हम निष्ठा पूर्वक उनको पूरा करते है। अन्य विभागों के कार्य भी हमसे कराए जा रहे हैं। ऐसी कोई भी योजना व कार्यक्रम नहीं है जिसमें हमारी सहभागिता न हो। इसके बावजूद भी हमारे साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार नहीं किया जाता।
इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका मिनी कार्यकर्ता संघ मध्यप्रदेश के प्रदेश संयुक्त महामंत्री हेमलता शर्मा, जिला सचिव स्वाति जोशी, उपाध्यक्ष दीपिका चौहान, भागवंता सेन समेत जिले भर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं व सहायिकाएं मौजूद रही।
ये हे प्रमुख मांगे
संपर्क एप पर कार्य न कराया जाए। संपर्क एप पर कार्य न करने पर मानदेय में कटौती या अन्य कार्रवाई नहीं की जाए।
* अधिकारियों द्वारा किए जा रहे अभद्रतापूर्ण व्यवहार पर रोक लगाई जाए।
* मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को फूल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता किया जाए। केंद्र के आदेश अनुसार 10 दिवस में फूल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की कार्यवाही की जाए।
* कार्यकर्ता पद पर सहायिकाओं को पदोन्नति में आयु सीमा का बंधन हटाया जाए।
* आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पद पर अनुबंध बीमा के आदेश लागू किए जाए।
* नई शिक्षा नीति के अंतर्गत जो स्कूलों में प्री प्राइमरी शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है उसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को प्राथमिकता देने समेत आदि मांगों को रखा गया।