मेडिकल कालेज की उपलब्धि:आठ माह का बच्चा कान का झुमका निगल गया, मेडिकल कालेज में सफल सर्जरी कर निकाला -आपरेशन के बाद बच्चे की स्थिति बेहतर हुई, आहार नली में अटक गया था झूमका

मेडिकल कालेज की उपलब्धि:आठ माह का बच्चा कान का झुमका निगल गया, मेडिकल कालेज में सफल सर्जरी कर निकाला -आपरेशन के बाद बच्चे की स्थिति बेहतर हुई, आहार नली में अटक गया था झूमका

रतलाम। बेहतर इलाज की उम्मीद संजोय शहरवासियों के लिए मेडिकल कालेज के डाक्टरों ने एक बार फिर सफल आपरेशन कर उम्मीद बढ़ाई है। डॉ. लक्ष्मी नारायण पांडे शासकीय मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों द्वारा सफल सर्जरी करते हुए ८ माह के बच्चे के गले फंसी कान की बाली को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया।

जानकारी के अनुसार रतलाम के नाक कान गला विभाग में ४ जुलाई को सुबह ६ बजे एक ८ महीने के बच्चे को लाया गया, जिसके गले में फँसा हुआ फ़ौरन बॉडी (कान का झुमका) शल्य क्रिया द्वारा निकाला गया।
बच्चे का तुरंत ही एक्स-रे करवाया गया जिसमें यह पाया गया कि फ़ौरन बॉडी (कान का झुमका) बच्चे की आहार नली के ऊपर जाकर अटका हुआ है। इस वस्तु के खाने की नली में फॅसे हुए होने के कारण बच्चे को खाना खाने में परेशानी एवं दर्द हो रहा था। इसके लिए नाक, कान, गला विभाग के विशेषज्ञों एवं निश्चेतना विभाग के विशेषज्ञों ने मिलकर बच्चे का इमरजेंसी ऑपरेशन किया जिसमें कि डॉ. आशीष कुमार मौर्य (विभागाध्यक्ष), डॉ. पवन कुमार शर्मा, डॉ. लोकेश भालोट, डॉ. हिमानी सिंह, डॉ. माधवी माहेश्वरी और समस्त ई.एन.टी. ओ.टी. की टीम का योगदान था।
निश्चेतना विभाग से डॉ. शैलेन्द्र डावर (विभागाध्यक्ष), डॉ. रंजीता डावर, डॉ. राहुल मैदा और उनकी टीम का विशेष योगदान रहा। ऑपरेशन के बाद बच्चे की स्थिति पहले से कही बेहतर है।