गढकैलाश के शाही ठाठ को देखने सडक़ पर उमड़ा श्रद्घालुओं का हुजूम -श्री गुप्तेश्वर महादेव और श्री टेकेश्वर महादेव ने भी किया रतलाम में भ्रमण, कलेक्टर एसपी ने पूजा अर्चना की
रतलाम। सावन माह के आखरी सोमवार को रतलाम शिवमय हो गया। शिवालयों में भगवान भोलेनाथ के दर्शन व अभिषेक के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ा। श्री गढक़ैलाश महादेव राजशाही ठाठ-बाट के ढोल-ढमाको, बैंड बाजों, भूतों की टोल के साथ शहर भ्रमण पर निकले। अमृतसागर तालाब स्थित अति प्राचीन श्री गढक़ैलाश महादेव मंदिर से शाही सवारी की शुरुआत कलेक्टर राजेश बाथम व एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने पूजा
अर्चना की।
आगे-आगे घोड़े व ऊंट पर सवार भक्त केसरिया ध्वज धामे सवार थे। तो पीछे उज्जैन का बैंड भोलेनाथ व देश भक्ति के गीतों की प्रस्तुति देते हुए चल रहा था। राजस्थान के निंबाहेड़ा की शिव बारात, भस्म रमैया पार्टी भोले के भजनों पर थिरकते हुए चल रही थी। भव्य पालकी में भगवान गढक़ैलाश महादेव विराजित थे। पालकी को भक्त उठाकर चल रहे थे। श्री राम, श्री विष्णु भगवान का दरबार की झांकी भी शाही सवारी में आकर्षण का केंद्र रही। जगह- जगह शहर में अनेक स्थानों पर स्वागत किया।
श्री गुप्तेश्वर महादेव और श्री टेकेश्वर महादेव ने भी किया भ्रमण
शाही सवारी मंदिर से त्रिपोलिया गेट, चांदनीचौक, तोपखाना, गणेश देवरी, धानमंडी, शहीद चौक, लोकेंद्र टॉकिज, जेल रोड पहुंची। यहां से नगर निगम तिराहा, महलवाड़ा, सुरजपौर, थावरिया बाजार, पैलेस रोड, डालूमोदी बाजार, माणकचौक, घांस बाजार, चौमुखीपुल, रामगढ़ से पुन: मंदिर पहुंचेगी। महाआरती के बाद प्रसादी का वितरण किया जाएगा। अंतिम सावन सोमवार को कोटा वाला बाग स्थित गुप्तेश्वर महादेव की भी शाही सवारी निकली। बैंड की धुन पर पालकी में भगवान गुप्तेश्वर महादेव को विराजित किया। शहर के लक्कड़पीठा रोड स्थित श्री टेकेश्वर महादेव मंदिर से भी शाही सवारी निकली। ढोल-ढमाकों, बैंड बाजों व भूतों की टोली के साथ श्री टेकेश्वर महादेव शाही पालकी में विराजित होकर
शहर में निकले। सवारी में उज्जैन से मां उमा व भगवान शंकर की मूर्ति विशेष आकर्षण का केंद्र रही।