बाल विवाह रोकथाम एवं दहेज प्रथा मुक्त भारत’’ हेतु जागरूकता रथ को दी हरी झंडी

रतलाम। मिशन शक्ति सह बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अन्तर्गत् जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री रजनीश सिन्हा के सफल मार्गदर्शन, हब व बीबीबीपी नोडल अधिकारी कुमारी अंकिता पण्ड्या के सशक्त नेतृत्व व लिपिक श्रीमती यशोदाकुंवर राजावत के कुशल समन्वय से एलईडी युक्त ’’बाल विवाह रोकथाम एवं दहेज प्रथा मुक्त भारत’’ हेतु जागरूकता रथ बनवाया गया। इस जागरूकता रथ को कलेक्टर राजेश बाथम , मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचापयत श्रृंगार श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आनंद चंदेलकर, श्री सरन सिविल सर्जनए डिप्टी कलेक्टर श्रीमती राधा महंत, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री रजनीश सिन्हा रजनी सिन्हा, सहायक संचालक श्री रवीन्द्र कुमार मिश्रा, सहायक संचालक कुमारी अंकिता पण्ड्या, महिला एवं बाल विकास रतलाम के वरिष्ठ लिपिक सत्यानारायण जोशी, श्रीमती यशोदाकुंवर राजावत इत्यादि महिला एवं बाल विकास परिवार एवं कलेक्टर जिला रतलाम के प्रशासनिक अमले की उपस्थिति में जिला रतलाम के कलेक्टर श्री राजेश बाथम द्वारा हरी झंडी दिखाकर जिला रतलाम में ’’बाल विवाह रोकथाम एवं दहेज प्रथा मुक्त भारत’’ हेतु रवाननगी दी गई। साथ ही कलेक्टर श्री राजेश बाथम एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में ’’बाल विवाह रोकथाम’’ हेतु जारी पैम्फलेट का विमोचन किया गया। जागरूकता रथ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में एलईडी युक्त रथ द्वारा एक ओर ’’बाल विवाह रोकथाम एवं दहेज प्रथा मुक्त भारत’’ हेतु लघु फिल्म एलईडी पर दिखाकर बाल विवाह रोकथाम हेतु प्रचार-प्रसार प्रचार वही दूसरी ओर बाल विवाह रोकथाम हेतु बने पैम्फलेट जन-जन तक पहुंचाकर बाल विवाह हेतु बने कानून, सजा एवं बाल विवाह की शिकायत दर्ज कराने हेतु जानकारी देगा। रथ को हरी झंडी देते समय महिला बाल विकास परिवार की महिलाओं यथा- लिपिक श्रीमती यशोदाकुंवर राजावत, बाल संरक्षण अधिकारी श्रीमती पंवनकुंवर सिसोदिया द्वारा पगड़ी पहनकर और साथ ही वैवाहिक स्वरूप की चुनरी ओढ़कर एक मनोरम दृश्य प्रस्तुत किया। साथ ही रथ की सारथी एवं एलईडी के संचालक को भी पगड़ी और चुनरी के साथ प्रस्तुत किया गया एवं रथ चलाने के दौरान नियत वेशभुषा में उपस्थित रहने हेतु श्री रजनीश सिन्हा द्वारा निर्देशित किया ताकि उत्सवी माहौल में शासन की मंशा जन-जन तक पहुंच कर बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी कुप्रथा को समाप्त किया जा सके।