श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव:मांगल्य मंदिर में पहली बार 300 फीट लंबे झूले में झूलेंगे भगवान श्रीकृष्ण,

श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव:मांगल्य मंदिर में पहली बार 300 फीट लंबे झूले में झूलेंगे भगवान श्रीकृष्ण,

मालवा के इतिहास में यादगार बनेगी जन्माष्टमी, मुख्य शिखर से बंधा रहेगा झूला, लड्डू गोपाल की शोभा यात्रा निकलेगी,  सप्तरंगी रोशनी से सराबोर रहेगा मंदिर

रतलाम। धर्मस्व नगरी रतलाम के धर्मक्षेत्र मांगल्य मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर इस बार अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। मालवा के इतिहास में पहली बार 300 फीट लंबे झूले में झूलते भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन हो सकेंगे। भक्तजन इस झूले में भगवान को झूला झुलाते हुए जन्माष्टमी की बधाइयां देंगे।

-मुख्य शिखर से बंधा रहेगा झूला
मांगल्य मंदिर के व्यवस्थापक पंडित सुदामा मिश्र ने बताया कि 26 अगस्त को मांगल्य मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव एक यादगार प्रसंग के रूप में आयोजित किया जा रहा है। यहां गुजरात के कलाकारों द्वारा भगवान श्रीकृष्ण का 300 फीट लंबे झूले का निर्माण किया जा रहा है। इसकी विशेषता यह होगी कि यह झूला मंदिर के मुख्य शिखर से बंधा रहेगा। जमीन से 10 फीट ऊंचाई पर यह झूला रहेगा। आने वाले दर्शनार्थ रस्सी के माध्यम से झूले में विराजित भगवान नंदलाल को झूला झूला सकेंगे। शाम से यह दिव्य दर्शन प्रारंभ होकर मध्यरात्रि में प्रभु के प्राकट्य महोत्सव पश्चात महाआरती तक यह अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा।

-लड्डू गोपाल की शोभायात्रा निकलेगी
उन्होंने बताया कि भगवान के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की शोभायात्रा निकाली जाएगी। शाम पांच बजे से सभी भक्तों के लिए डांडिया रास का आयोजन भी रहेगा। सुबह से मध्यरात्रि तक भगवान श्रीकृष्ण का दुग्धाभिषेक किया जाएगा। इसमें सभी दर्शनार्थी भी भगवान का अभिषेक कर पुण्य लाभ प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही सभी दर्शनार्थियों को प्रसाद स्वरूप भगवान लक्ष्मीनारायण के प्रतीक अभिमंत्रित कौड़ी व गोमती चक्र निश्शुल्क दी जाएगी।

-सप्तरंगी रोशनी से सराबोर रहेगा मंदिर
उन्होंने बताया कि मालवा में संभवत: यह पहला अवसर होगा जब 300 फीट लंबे झूले में झूलते भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन कर भगवान जन्माष्टमी की बधाइयां देंगे। इस अवसर पर श्रीराधा-कृष्ण मंदिर में विशेष सजावट की जाएगी। संपूर्ण मांगल्य मंदिर परिसर सप्तरंगी रोशनी से सराबोर रहेगा। भक्तजन जन्माष्टमी पर 300 फीट लंबे झूले में झूलते भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन कर यशोदा के लाल को झूला झुलाने अवश्य आए।