रामगिरी महाराज के बयान के खिलाफ मुंबई में AIMIM की रेली, सड़को पर उतरे लाखो युवा, पूर्व सांसद इम्तियाज जलील के नेतृत्व में उमड़ा हुजूम
मुंबई। (समीर खान) पिछले कुछ महीनो से महाराष्ट्र समेत पूरे देश में मुसलमानों पर बढ़ते हमलो और उनके मजहब को टारगेट करते हुए टिप्पणी के बाद aimim पार्टी के महाराष्ट्र प्रमुख इम्तियाज जलील ने महंत रामगिरी महाराज और भाजपा विधायक नितेश राणे के कथित भड़काऊ बयानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इम्तियाज जलील ने विरोध में छत्रपति संभाजीनगर से 'चलो मुंबई तिरंगा रैली' निकाली, जिसमें उन्होंने रामगिरी महाराज की गिरफ्तारी की मांग की है। इस रैली में हजारों गाड़ियों के काफिले में लाखो मुस्लिम युवा शामिल हुए जिसके मुंबई की सड़को पर जाम लग गया।
रैली के दौरान इम्तियाज जलील ने कहा कि महाराष्ट्र में जाति और धर्म के नाम पर दीवारें खड़ी की जा रही हैं, जिससे दंगे भड़काने की कोशिश की जा रही है। हम इस कोशिश को नाकाम कर देंगे।
उन्होंने मंच से मुसलमानों को धमकाने के आरोप लगाए और इसे आपराधिक कृत्य बताया। जलील ने सवाल उठाते हुए कहा, "क्या इन आपराधिक कृत्यों पर कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए? हमने इसीलिए मुंबई जाने का फैसला किया है, ताकि मुख्यमंत्री को याद दिला सकें कि देश संविधान और कानून के अनुसार चलेगा। जिसके लिए वे सीएम एकनाथ शिंदे को संविधान की किताब भी देंगे।
इस मुद्दे को लेकर एआईएमआईएम ने न सिर्फ जनता का ध्यान आकर्षित किया है, बल्कि सरकार और प्रशासन पर भी दबाव बनाने की कोशिश की है, ताकि सांप्रदायिक शांति और सद्भावना को बनाए रखा जा सके।
मुस्लिमो पर बढ़ते हमला के बीच aimim नेता इम्तियाज जलील के निशाने पर बीजेपी नेता नीतेश राणे भी हैं। नीतेश रामगिरि महाराज वाले विवाद में कूदे थे और उन्होंने सार्वजनिक मंच से मुसलमानों को धमकी दी थी। आज जब इम्तियाज जलील ने मुंबई की तरफ मार्च शुरू किया तो नीतेश राणे फिर बोले। उन्होंने कहा कि आखिर तिरंगा रैली में सर तन से जुदा के नारे क्यों लग रहे हैं। उनकी रैली में फिलिस्तीन का झंडा क्यों लहराया जा रहा है। नीतेश राणे ने कहा कि अगर कोई हिन्दुओं को धमकाएगा तो जवाब भी मिलेगा इसलिए इम्तियाज जलील पहले खुद सुधरें, फिर दूसरों पर उंगली उठाएं। लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि राज्य में सबको विरोध प्रदर्शन का अधिकार है और अगर इम्तियाज़ जलील, मुंबई आकर मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम से मिलना चाहते हैं तो दोनों नेता उनसे जरूर मिलेंगे।
शिवसेना शिंदे सरकार के मंत्री ने ये बात कही
वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी ने AIMIM को महाविकास अघाड़ी की बी टीम बता दिया। शिंदे की शिवसेना के नेता संजय सिरशाट ने कहा कि चुनाव करीब हैं इसलिए इम्तियाज़ जलील अपनी राजनीति चमकाने के लिए मोर्चा निकाल रहे हैं। संजय सिरशाट ने पूछा कि आखिर इम्तियाज जलील की रैली में सिर्फ़ मुसलमान क्यों हैं। अगर ये तिरंगा रैली और संविधान बचाओ मोर्चा है तो इसमें बाकी धर्मों के लोग क्यों नहीं हैं।
कौन हैं रामगिरि महाराज?
महंत रामगिरि महाराज महाराष्ट्र के सरला द्वीप के मठाधीश हैं। उनके भक्तों की संख्या लाखों में बताई जाती है। छत्रपति संभाजीनगर, नासिक, जालना, जलगांव क्षेत्र में महंत रामगिरि महाराज का काफी प्रबाव माना जाता रहा है। माना जाता है कि सरला द्वीप का निर्माण गोदावरी नदी के बंटवारे से हुआ है।
आरोपों के बीच रामगिरी महाराज ने ये कहा
लगातार बढ़ते विरोध के बाद रामगिरि महाराज का कहना हे कि जो बयान मैंने दिया है वह किसी ग्रंथ के आधार पर दिया था। वह इतिहास है और इतिहास बदल नहीं सकता। सत्य को उजागर करना हमारा काम है। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे जुल्म पर भी बात की थी। रामगिरि महाराज ने कहा है कि अपने बयान को लेकर मैं कोई खेद प्रकट नहीं करना चाहता। उन्होंने ये भी कहा था कि अकबरुद्दीन ओवैसी ने जब बोला था कि 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दो तब उनकी गिरफ्तारी हुई थी क्या। इस देश में अपना मत व्यक्त करने की स्वतंत्रता है।