आयुषग्राम कॉलेज ऑफ फार्मेसी के विद्यार्थियों ने किया सांची दुग्ध संयंत्र का शैक्षणिक भ्रमण

रतलाम। भारत मे फार्मेसी के जननायक प्रो॰ एम एल श्राफ सर की 123वीं जन्मजयंती के अवसर पर नेशनल फार्मेसी एजुकेशन डे के विशेष आयोजन के तहत आयुषग्राम कॉलेज आॅफ फार्मेसी के छात्र-छात्राओं को सांची दुग्ध संयंत्र का शैक्षणिक भ्रमण कराया गया।
आयुष ग्राम कॉलेज ऑफ फार्मेसी, रतलाम के विद्यार्थियों ने सांची दुग्ध संयंत्र का अवलोकन किया। प्रातः 11 बजे प्राचार्य डॉ. मिलिन गाँधी ने कॉलेज बस द्वारा बच्चों को शुभकामनाएं देकर रवाना किया। न्यू एरा ऑफ एजुकेशनल एंड नॉलेज ट्रिप के तहत आयुषग्राम रतलाम के फार्मेसी के द्वितीय एवं प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने सांची दुग्ध संयंत्र का भ्रमण किया। विजिट का उद्देश्य विद्यार्थियों को क्लासरूम टीचिंग के अलावा वास्तविक औद्योगिक वातावरण से अवगत कराना तथा विद्यार्थियों को अपने कौशल को बढ़ाने के लिए मंच प्रदान करना रहा है।इसका उद्देश्य इंडस्ट्री के कार्यकलापों व उसके व्यवहारिक ज्ञान से अवगत कराने के साथ औद्योगिक संस्कृति से रूबरू कराना था।
इस दौरान विद्यार्थियों को सांची के एच आर मैनेजर अशोक बैरागी ने विभिन्न उत्पादन प्रक्रिया, क्वॉलिटी कंट्रोल, सप्लाई पद्धति, मार्केटिंग एंड सेल्स व निर्यात, गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस, और नई तकनीकों के बारे में जानकारी दी। विद्यार्थियों ने उनसे उद्योग के संदर्भ में अपने प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किए तथा इस सेक्टर में भविष्य में प्राप्त होने वाले रोजगार के बारे में भी कई जानकारियां प्राप्त की।
प्राचार्य डॉ. गाँधी ने बताया फार्मेसी कि विद्यार्थी कॉलेज से डिग्री प्राप्त करने के पश्चात फार्मा सेक्टर में ही अपने करियर को आगे बढ़ाएंगे उनके लिए यह विजिट काफी लाभप्रद रहेगी,कॉलेज प्रशासन भी हमेशा यही प्रयत्न करते हैं की विद्यार्थी को थ्योरी के साथ-साथ प्रेक्टिकल नॉलेज भी प्रदान किया जाए, इस उद्देश्य से एक दिवसीय इंडस्ट्री की यह विजिट करवाई गई थी।
कॉलेज संस्था प्रमुख नीरज त्रिवेदी ने कहा कि इस प्रकार के टूर आगे भी संस्था की ओर से करवाए जाते रहेंगे, ताकि विद्यार्थियों का सर्वपक्षीय विकास हो सकें। संस्था के चैयरमैन अभिजीत देशमुख ने विद्यार्थियों को आगामी भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की तथा उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही उनके लिए रोजगार प्राप्ति के लिए कैंपस का भी आयोजन किया जाएगा। यह विजिट प्रो. आयुषी पाल, प्रो. प्रियांशी मेहता एवं लखन वर्मा, के साथ संपन्न हुई।