रतलाम में बड़ी चोरी का पर्दाफाश : नीमच की बांछड़ा गैंग ने वारदात को दिया था अंजाम, चार आरोपी गिरफ्तार, दो की तलाश

रतलाम में बड़ी चोरी का पर्दाफाश : नीमच की बांछड़ा गैंग ने वारदात को दिया था अंजाम, चार आरोपी गिरफ्तार, दो की तलाश

रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के समीपस्थ ग्राम धराड़ के सूने मकान में 20 लाख रुपए की चोरी का पर्दाफाश हो गया है। बड़ी मात्रा में सोने-चांदी के आभूषण और नकदी चोरी की वारदात को नीमच जिले की बांछड़ा समुदाय की गैंग ने अंजाम दिया था। गिरोह के मास्ट माइंड सहित चार आरोपी गिरफ्तार कर लिए हैं, जबकि शेष दो आरोपी फरार है। गैंग के मास्टरमाइंड के खिलाफ 15 मुकदमें दर्ज हैं। धराड़ में चोरी से पहले मास्टमाइंड जेल से जमानत पर बाहर आया था और वारदात को अंजाम दिया। पुलिस गिरफ्त में आई गैंग ने अभी तक स्टेशन रोड और माननखेड़ा सहित जिले की करीब तीन बड़ी चोरी की वारदात कबूली है। पुलिस आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड मांगेगी।

गुरुवार को एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने पत्रकार वार्ता आयोजित की। एसपी लोढ़ा ने बताया कि 8 दिसंबर 2023 को ग्राम धराड़ के सूने मकान में गैंग का मास्टमाइंड दिलखुश (20) पिता पप्पू कर्मावत, राजेश (24) पिता मदनलाल मालवीय, अजय (22) पिता राजू कर्मावत, मनीष (26) पिता रोशनलाल एवं राकेश (25) पिता मदनलाल सभी निवासी पिपलिया रूंडी, थाना मनासा (जिला नीमच) एवं मनीष उर्फ बाबा (26) पिता हेमंत गौड़ निवासी बड़ेलिया थाना मनासा (जिला नीमच) ने 20 लाख रुपए की नकदी सहित सोने-चांदी के आभूषण चोरी की वारदात की थी। एसपी लोढ़ा के मुताबिक उक्त वारदात के बाद पुलिस ने चोरी गैंग का रिकॉर्ड खंगालने के साथ 30 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की। इसके अलावा ग्राम में आरोपियों का सुराग तलाशने के लिए 60 से अधिक सीसीटीवी फूटेज भी तलाशे गए थे।  गिरफ्तार आरोपियों से चोरी की नकदी और आभूषण भी जब्त किए गए। पूछताछ में आरोपियों ने ग्राम धराड़ में दो माह पूर्व, ग्राम माननखेड़ा में छह माह पूर्व एवम् रतलाम स्टेशन रोड थाना अंतर्गत प्रतापनगर में चार माह पूर्व की गई चोरी की वारदात कबूली। उक्त मामले में पुलिस आरोपियों से चोरी किया सामान बरामद करने की कार्रवाई में जुटी है।


वारदात से पहले कर देते थे मोबाइल बंद
शातिर चोर गैंग गिरोह वारदात से पहले घर से निकलने पर अपने-अपने मोबाइल बंद कर देते थे। गिरोह में शामिल शातिर आरोपी पुलिस की पकड़ से बचने के लिए उक्त कार्य करते थे। आरोपियों को यह पता था कि वारदात में मोबाइल फोन चालू रहने पर पुलिस सायबर की मदद से उन तक पहुंच सकती है। इसके अलावा यह गैंग एक सपोर्टिंग टीम को भी साथ लेकर चलती थी। उक्त गैंग के सरगना दिलखुश जो कि वर्तमान में 20 वर्ष का हैै, वह अपराध की दुनिया में नाबालिग के समय से पैर रख चुका था। पुलिस सभी आरोपियों की गैंग हिस्ट्रीशीट तैयार कर रही है, जिससे आसपास के जिलों में हुई वारदात में भी पुलिस को उक्त गैंग के माध्यम से अनसुलझे अपराध को सुलझाने में आसानी हो सके।


20 हजार रुपए का इनाम घोषित
नीमच जिले की उक्त गैंग को पकडऩे की कार्रवाई में शामिल टीम को रतलाम रेंज डीआईजी मनोज कुमार सिंह ने 20 हजार रुपए इनाम की घोषणा की है। एसपी लोढ़ा ने बताया कि उक्त टीम गैंग के रूप में बड़े पैमाने पर चोरी की वारदात को अंजाम दे चुकी है। गिरफ्तार सभी आरोपियों के खिलाफ चोरी, लूट, हत्या सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमें दर्ज हैं। गैंग को गिरफ्तार करने में टीम की सराहनीय भूमिका रही है।