डोडाचुरा की तस्करी करने वाला युवक गिरफ्तार
डोडाचुरा की तस्करी करने वाले दो युवक गिरफ्ता
रतलाम। पुलिस अधीक्षक रतलाम सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा जिले के सभी थाना प्रभारियों तथा बीट प्रभारियों को अवैध मादक पदार्थ के व्यापार एवं परिवहन से जुड़े संदिग्ध लोगों पर कड़ी निगरानी रखकर आसूचना प्राप्त करने और उनकी संलिप्त पाए जानें पर कड़ी वैधानिक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। इसी तारतम्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतलाम राकेश खाखा एवं नगर पुलिस अधीक्षक रतलाम हेमंत चौहान के मार्गदर्शन में माणकचौक थाना प्रभारी अनुराग यादव के नेतृत्व में थाना माणकचौक की टीम बनाकर अवैध मादक पदार्थ के व्यापार एवं परिवहन में संलिप्त संदिग्ध लोगों की जानकारी प्राप्त करने हेतु मुखबिर तंत्र सक्रिय किए गए।
शुक्रवार को टीम को मुखबिर द्वारा सूचना मिली की एक व्यक्ति अपने बैग में डोडाचूरा छुपाकर हरथली तरफ से रतलाम आने वाला है, यदि तत्काल घेराबंदी कर पकड़ा जाए तो सफलता मिल सकती है। सूचना विश्वसनीय होने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाकर टीम द्वारा घेराबंदी की गई। घेराबंदी के दौरान संदिग्ध व्यक्ति को रोककर पूछताछ करने पर अपना नाम जितेंद्र पिता दिलीप मोतियानी बताया। उक्त व्यक्ति की वैधानिक तलाशी लेने पर उसकी थैली में 2 किलो 340 ग्राम डोडाचूरा मिला, जिसे विधिवत जब्त कर थाना माणकचौक पर अपराध क्रमांक 343/23 धारा 8/15 एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत पंजीबद्ध किया गया। पुलिस द्वारा आरोपी से उक्त अवैध मादक पदार्थ के स्त्रोत के बारे में पूछने पर उक्त अवैध मादक पदार्थ डोडाचूरा उसके परिचित यासिर बेलिम उर बाजा निवासी कलाईगर रोड रतलाम से लाना बताया। जिसके संबंध में जांच कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस ने इस मामले में जितेंद्र पिता दिलीप मोतियानी निवासी राम नगर रतलाम, यासिर बेलिम राजा निवासी कलाईगर रोड रतलाम को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने 2 किलो 340 ग्राम डोडाचूरा बरामद किया जिसकी अनुमानित कीमत 3000 रूपये है।
-इनकी रही सराहनीय भूमिका
अवैध मादक पदार्थ तस्करी करने वाले को पकडऩे वालो में थाना प्रभारी माणकचौक अनुराग यादव, एएसआई शिवनाथ सिंह, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक नरेन्द्र सिंह चावड़ा, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक तेज सिंह जगावत, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक नारायण सिंह, आरक्षक संदीप सिंह भादोरिया, आर रणवीर भदोरिया, आर 722 चन्द्र शेखर आदि का सराहनीय योगदान रहा।