मंच से बिखरे सुर, सजी महफिल….पुराने गानों की उम्‍दा प्रस्‍तुतियां, कलाकारों ने रफी व किशोर की याद ताजा की

मंच से बिखरे सुर, सजी महफिल….पुराने गानों की उम्‍दा प्रस्‍तुतियां, कलाकारों ने रफी व किशोर की याद ताजा की

रतलाम। भारतीय सिनेमा के लिजेंडरी सिंगर व सदी के महान गायक मोहम्‍मद रफी, किशोर कुमार व लता मंगेशकर की याद में इकबाल खान व हरीश नेमावत के ग्रुप द्वारा 3 अगस्‍त को होटल श्री पैलेस में बेहतरीन सिंगिंग कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें शहर के नामी करीब एक दर्जन से अधिक कलाकारों ने अपनी उम्‍दा प्रस्‍तुतियों से समां बांध दिया। कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि नीमच अपर कलेक्‍टर लक्ष्‍मी गामड़ व अनिरुद्ध मुरारी रही। विशेष अतिथि जावरा के म्यूजिक आर्टिस्ट अल्‍तमश खान रहे। अतिथियों ने भी इस मौके पर गामड़ व अल्तमश ने मंच सांझा कर लोगों को मंत्रमुग्‍ध कर दिया।
शाम 7 बजे शुरू हुए आयोजन में अतिथियों ने मां सरस्‍वति के चित्र पर दीप प्रज्‍जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। इसके बाद प्रस्‍तुतियों का दौर शुरू हुआ तो थोड़ी ही देर में हाल श्रोताओं से खचाखच भर आया। हालात यह रहे कि रात 12 बजे तक श्रोताओं ने उठने का नाम नहीं लिया। कार्यक्रम समापन की घोषणा करना पड़ी। कार्यक्रम में रुके-रुके से कदम, एक शहंशाह ने बनवा कर हसी ताजमहल, पत्‍ता-पत्‍ता बूटा-बूटा हाल तुम्‍हार जाने रे, ओ, हमको तुमसे हो गया है प्‍यार क्‍या करे, तुने ओ रंगीले कैसा जादू किया, अकेले है चले जाओ, तुम बिन जाऊ कहां सहित कई बेहतरीन गानों की प्रस्‍तुतियां हुई। इसमें अंकिता घारू, हेमलता चौहान, पूजा पांचाल, रानी शर्मा, रुद्राणी टंडेल, अवनि उपाध्‍याय, इकबाल खान, हरीश नेमावत, अशफाक जावेदी, भूषण व्‍यास, नयन सूभेदार, इमरान खान, जलज शर्मा, निलेश जोशी, पवन भटनागर सहित अन्‍य कलाकारों की लाजवाब प्रस्‍तुतियों ने लोगों को ठहरने पर मजबूर कर दिया। संचालन, इकबाल व नरेंद्र त्रिवेदी ने किया।