लोकायुक्त ने नगर निगम रतलाम में किए दस्तावेज जब्त, घटिया सड़क निर्माण को लेकर हुई थी शिकायत

लोकायुक्त ने नगर निगम रतलाम में किए दस्तावेज जब्त, घटिया सड़क निर्माण को लेकर हुई थी शिकायत

रतलाम। उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की टीम ने नगर निगम रतलाम में एक बार फिर छानबीन की है। पहुंची। लोकायुक्त पुलिस ने शहर में बनी कई सड़कों में हुए भ्रष्टाचार की जांच शुरू की है, इसके संबंध में गुरुवार को टीम ने नगर निगम पहुंचकर दस्तावेज जब्त किए हैं।

उल्लेखनीय है कि इसके पहले लोकायुक्त की तीन सिविक सेंटर रजिस्ट्री घोटाले को लेकर भी रतलाम आई थी। अब उज्जैन लोकायुक्त पुलिस द्वारा रतलाम नगर निगम के स्टोर रूम में पहुंची। इस बार लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान के नेतृत्व में आई टीम ने शहर में बनी सड़कों की जांच शुरू की है। लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने जानकारी  देते हुए बताया कि उज्जैन लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा को रतलाम में गणेश देवरी, चांदनी चौक, घांस बाजार,शमशान रोड सहित कुछ मार्गों पर बनी सड़कों को लेकर शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायत ने बताया गया कि यह सड़के घटिया क्वालिटी से निर्मित होकर समय से पहले ही उखड़ने लगी है। इस शिकायत के संबंध में एसपी के निर्देश पर आज लोकायुक्त टीम रतलाम पहुंची है।

उज्जैन लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि उज्जैन लोकायुक्त एसपी  अनिल विश्वकर्मा को रतलाम में गणेश देवरी, चांदनी चौक, घांस बाजार,शमशान रोड सहित कुछ मार्गों पर बनी सड़कों को लेकर शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायत ने बताया गया कि यह सड़के घटिया क्वालिटी से निर्मित होकर समय से पहले ही उखड़ने लगी है। इस शिकायत के संबंध में एसपी के निर्देश पर आज लोकायुक्त टीम रतलाम पहुंची है।

लोकायुक्त टीम ने लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान के नेतृत्व में नगर निगम से सड़क निर्माण से संबंधित फाइलें देखी है और आवश्यक दस्तावेज भी जब्त किए हैं। मेजरमेंट बुक की भी फोटोकॉपी ली है। लोकायुक्त टीम ने नगर निगम में मौजूद उपयंत्रियों से भी आवश्यक जानकारी ली।

लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि अभी शिकायत की जांच चल रही है। जो तथ्य मिलेंगे उसे अनुसार कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि सड़क अभी गारंटी पीरियड में है और शिकायत के अनुसार वह उखड़ने लगी है। जांच में हम देख रहे हैं कि इस संबंध में नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा क्या कार्रवाई की गई है। यदि वांछित कार्रवाई नहीं हुई है तो कौन अधिकारी दोषी है।