हिंसक हो रहे श्वान...धानमंडी में छ: लोगो को शिकार बनाया, निगम ने बधियाकरण का ठेका दे रखा फिर भी है यह हाल, रोज अस्पताल में पहुंच रहे डॉग बाईट के ३०-४० केस

रतलाम्म। शहर में नगर निगम की लापरवाही का नतीजा लगातार आम नागरिक को भुगतना पड़ रहा है। फिर चाहे बात सडक़ की हो, पानी की हो या फिर श्वान के हमले की। शहर में लगातार श्वान के काटने की घटनाएं हो रही है। शुक्रवार को धानमंडी क्षेत्र में एक ही श्वान ने छ: से अधिक लोगों परहमला किया। श्वान के हमले में घायल लोग उपचार के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचे।
दोपहर में धानमंत्री क्षेत्र में अचानक श्वान ने लोगों को काटना शुरू कर दिया। इससे अफरातफरी मच गई। श्वान के काटने से शिवशंकर कालोनी निवासी सरवन, डोंगरे नगर निवासी मोहित राठौड़, थावरिया बाजार निवासी नवनीत तांतेड़, नीमचौक निवासी विकास श्रीमाल व अन्य घायल हो गए। कुछ लोगों ने निजी अस्पताल में इलाज कराया।
मालूम हो कि डाग बाइट में इंदौर के बाद रतलाम में सर्वाधिक मामले आते हैं। नगर निगम द्वारा श्वान बंध्याकरण को लेकर एक बार ठेका देकर 5000 श्वानों का बंध्याकरण कराया था। दूसरी बार भी टेंडर दिया गया, लेकिन इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है।
जिला अस्पताल में औसतन 30 से 40 लोग प्रतिदिन डाग बाइट का उपचार कराने आते हैं। पूर्व में रेबीज फ्री सिटी योजना में भी रतलाम को लिया गया था, लेकिन इस योजना में भी काम शुरू नहीं हो पाया। रात में वाहन सवारों के पीछे श्वानों के दौडऩे के चलते हादसे भी हो रहे हैं। नगर निगम अमला श्वानों की संख्या पर नियंत्रण को लेकर ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रहा है।