शहर को हिंसा की आग में झोंकने वाले बाकी लोगो की कब होगी गिरफ्तारी, अब तक सिर्फ 5 लोग गिरफ्तार, वीडियो में दिखने वाले कब आयेंगे शिकंजे में!

शहर को हिंसा की आग में झोंकने वाले बाकी लोगो की कब होगी गिरफ्तारी, अब तक सिर्फ 5 लोग गिरफ्तार,  वीडियो में दिखने वाले कब आयेंगे शिकंजे में!

रतलाम। शहर को दंगे की आग में धकेलना की कोशिश तो नाकाम हो गई है, लेकिन अब इनकी गिरफ्तारी कब होगी यह बड़ा सवाल हर उस शहरवासी के मन में चल रहा है जो इसके पहले के कर्फ्यू का दंश झेल चुके है। हर किसी के मन में यही सवाल है कि क्या सिर्फ 5 लोगों की गिरफ्तारी काफी है जबकि इस मामले में 13 नामजद आरोपी है और 200 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। वही इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन भी नजर गड़ाए हुए हैं इसके साथ ही खुफिया तंत्र भी एक्टिव मोड पर है। रतलाम में दंगे भड़काने की साजिश किस ने रची और इसका नेटवर्क कहां से जुड़ा हुआ है इसकी भी जांच पुलिस कर रही है। 

आपको बता दे की मुस्लिम बहुल क्षेत्र मोचीपुरा में गणेश प्रतिमा पर पत्थर मारने की झूठी अफवाह फैलाने के बाद रतलाम में स्थिति तनाव पूर्ण हो गई थी और पुलिस की सूझबूझ से और मुसलमान के संयम से इस पूरे घटनाक्रम पर विराम तो लग गया है लेकिन अब रतलाम को हिंसा की आग में झोंकने वालों के आकाओं की  गिरफ्तारी कब होगी इसको लेकर भी अब सवाल बना हुआ है। क्योंकि लखन रजवानिया और काजल किन्नर तो सिर्फ मोहरा है इसके पीछे किन शरारती तत्वों का हाथ है उन तक अभी पुलिस नहीं पहुंच पाई है। जबकि इस मामले में पुलिस ने भाजपा के नेता को भी आरोपी बनाया जिसपर भीड़ को उकसाने का आरोप है।

पुलिस अब वीडियो फुटेज के आधार पर गाड़ियों में तोड़फोड़ करने वाले और पत्थर बाजी करने वालों को तलाश कर रही है।

एहतियात के तौर पर पुलिस ने रात पर सड़कों पर घूमने वाले युवकों से रोक-टोक शुरू करने के साथ ही गुंडे - बदमाशों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। शहर के गणेश पांडालों से लेकर शहर के अलग-अलग हिस्सों में पुलिस मुस्तैद नजर आ रही है। जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी देर रात तक गश्त करते दिखाई दे रहे है। पूरे शहर में एतियात के तौर पर जिले के बल के अलावा बटालियन के जवान भी नजर गड़ाए हुए है और खुफिया तंत्र भी एक्टिव मोड़ पर हे 

उल्लेखनीय है कि विगत 7 सितंबर की रात गणेश प्रतिमा के जुलूस में पथराव का आरोप लगाकर दंगाई लखन रजवानिया ने भीड़ एकत्रित कर स्टेशन रोड थाने का घेराव कर दिया था। रोड पर जाम भी लगा दिया। उसकी मांग पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। इसके बाद भीड़ मोचीपुरा क्षेत्र में पहुंच गई। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर मौजूद रहे। भीड़ को वहां से जाने को कहा। इसी बीच उपद्रवियों ने माहोल खराब करने के उद्देश्य से पथराव शुरू कर दिया। रात में ही पुलिस ने मोर्चा संभाला और भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए हल्का लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। घटना के बाद से पुलिस अलर्ट मोड़ पर है। इसके साथ ही एसपी राहुल कुमार लोढ़ा, अपर कलेक्टर आरएस मंडलोई, डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, एएसपी राकेश खाखा स्टेशन रोड पुराने कंट्रोल रुम पर रुक कर पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थे।


सिर्फ अफवाह निकली मूर्ति पर पत्थर मारने की घटना


एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया, 'अभी तक की जांच में मूर्ति पर पत्थरबाजी की पुष्टि नहीं हुई है। एफआईआर दर्ज कराने वाले किन्नर गुरु काजल, लखन रजवानिया सहित तीन लोगों से इस बारे में पूछताछ की। ये लोग हर बार अलग-अलग लोकेशन बताते रहे। शनिवार रात में भीड़ को उकसाने, इकट्ठा होकर हंगामा करने और गाड़ियों में तोड़फोड़ करने पर पुलिस ने आरोपी लखन रजवानिया, किन्नर गुरु काजल, रवि शर्मा, महेंद्र सोलंकी, विजय प्रजापति, नितेश, मुकेश बंजारा, मंथन भोंसले, अमन जैन, अज्जू बरगुंडा सहित तीन अन्य नामजद आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इनमें से अभी तक पुलिस ने 5 आरोपी लखन रजवानिया, किन्नर गुरू काजल, महेंद्र सोलंकी, अज्जु बरगुंडा और मुकेश बंजारा को गिरफ्तार कर लिया है। शेष 200 अज्ञात आरोपियों की पुलिस सीसीटीवी और वीडियो ग्राफी से शिनाख्त कर उन्हें तलाश रही है।