रतलाम - सैलाना रोड पर उमडने लगा आदिवासियों का हुजूम, विधायक कमलेश्वर डोडियार की रिहाई की मांग, भारी पुलिस बल मौजूद

रतलाम - सैलाना रोड पर  उमडने लगा आदिवासियों का  हुजूम, विधायक कमलेश्वर डोडियार की रिहाई की मांग, भारी पुलिस बल मौजूद

रतलाम। सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार की गिरफ्तारी के बाद यहां पर उनके समर्थकों को तीतर बितर करने की कार्रवाई की गई। पुलिस प्रशासन के द्वारा यहां पर बड़ी संख्या में बंजली - सैलाना रोड पर एकत्रित हुए आदिवासी समाज के लोगों को वापस जाने के लिए कहां। इस दौरान यहां पर पुलिस ने सख्ती बरतते  हुए लोगों को आंदोलन खत्म होने की बात कहते हुए जाने के लिए कहा। लेकिन लेकिन कमलेश्वर डोडियार की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए यहां पर आदिवासियों और अन्य सामाजिक संगठनों भीड़ बढ़ती जा रही हैं। यहां यहां कमलेश्वर डोडियार की रिहाई की मांग को लेकर लगातार लोग यहां पहुंच रहे हैं। बढ़ती भीड़ को देखते हुए यहां पुलिस ने बेरीकटिंग कर रास्ता बंद कर दिया हैं। इसके पहले उनका ज्ञापन अपर कलेक्टर शालिनी श्रीवास्तव, एएसपी राकेश खाखा को जयस नेता चंदू मेडा और उनके समर्थकों ने दिया। और विधायक की रिहाई की मांग की।

उल्लेखनीय के रतलाम में सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार के ऊपर एफआईआर दर्ज होने के बाद विरोध स्वरूप महा आंदोलन की तैयारी की गई थी जिसको लेकर आज यहां पर बंजली पर सभी लोग एकत्रित होने वाले थे लेकिन इसके पहले ही पुलिस ने सैलाना विधायक और उनके कुछ समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद यहां उनकी पार्टी से जुड़े लोग और अन्य सामाजिक संगठनों की भीड़ बढ़ती जा रही हैं। इस आंदोलन में भीम आर्मी प्रमुख मंजीत नौटियाल, मोहन परिहार सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए।

इसके बाद रतलाम- सैलाना मार्ग पर एकत्रित होने वाले उनके समर्थकों को वापस जाने के लिए कहां यहां पर बंजली हवाई पट्टी से लेकर पलसौडा  फंटे तक पैदल चलकर लोगों को जाने की समझाइश दी गई। इस दौरान यहां मार्ग भी डायवर्ट कर दिया गया। पलसौडा  फंटे से पंचेड होते हुए नामली का मार्ग चालू किया गया।

विधायक और डॉक्टर के बीच यह हुआ था विवाद
6 दिसंबर 2024 को रात 10 बजे सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार और डॉ. सीपीएस राठौर में विवाद हो गया था। विधायक का कहना था कि मैं अपना इलाज करवाने और अपने क्षेत्र के मरीजों को देखने आया था। इमरजेंसी ड्यूटी में बिना यूनिफार्म में एक व्यक्ति बैठा था। उससे मैंने पूछा डॉक्टर कौन है तो वह गालियां देने लगा। उसे मेरे गनमैन ने बताया कि ये विधायक हैं उसके बावजूद उसने गालियां दीं। विधायक की रिपोर्ट पर डॉक्टर के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट में केस दर्ज किया गया। वहीं डॉक्टर राठौर ने विधायक पर सरकारी काम में बाधा और डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट में केस दर्ज करवाया। राठौर ने इसमें बताया कि विधायक और उनके साथियों ने गालियां देने के साथ कहा था कि हमारे टुकड़ों पर पलते हो हमें नहीं जानते हो।