रोजा खोल घर से बाहर निकले मासूम पर कुत्तों का हमला, शरीर में जगह-जगह नौचा,कुत्तों के बधियाकरण सिर्फ दस्तावेजों में सिमटे, एनजीओ को लाखों रुपए का भुगतान

रोजा खोल घर से बाहर निकले मासूम पर कुत्तों का हमला, शरीर में जगह-जगह नौचा,कुत्तों के बधियाकरण सिर्फ दस्तावेजों में सिमटे, एनजीओ को लाखों रुपए का भुगतान

रतलाम। में कुत्तों का आतंक लगातार जारी है। रतलाम (Ratlam) में कुत्तों के झूंड ने रोजा खोलकर घर से बाहर निकले 10 साल के बच्चे पर हमला कर दिया। बच्चे को 6 से 7 जगह काटा गया। राहगीरों व आसपास के लोगों ने समय रहते बच्चे को कुत्तों के चुंगल से छुड़ाया, नहीं तो एक बार फिर बड़ी घटना घटती। हैरानी की बात है कि जिम्मेदार कुत्तों के बधियाकरण के दावे भर रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है। इसी माह बच्ची पर हमला करने के बाद मानव अधिकार आयोग ने रतलाम (Ratlam)  निगम को नोटिस दिया, लेकिन जिम्मेदारों में इसका असर देखने को नहीं मिला। 

रतलाम (Ratlam) के कुरैशी मंडी में रहने वाले फरान पिता फैयाज को कुत्तों ने निशाना बनाया। घटना गुरुवार देर शाम की है। फरान रोजा खोलकर शाम को घर के बाहर खेलने निकला था। इसी दौरान कुत्तों के झुंड ने मिलकर हमला कर दिया। हाथ, पैर, पीठे सहित शरीर के अन्य हिस्सों में 6 से 7 जगह काट कर घायल कर दिया। परिवारजन के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद नासिर कुरैशी बच्चे को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। नासिर कुरैशी ने बताया कि शहर में कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आए दिन छोटे बच्चों को काटने की घटनाएं हो रही है। फिर भी नगर निगम ध्यान नहीं दे रहा है। इस दौरान स्थानीय रहवासियों ने भी नगर निगम की अनदेखी के कारण जमकर नाराजी जताई।

दूसरी बड़ी और गंभीर घटना
हाल ही में रतलाम (Ratlam) के अलकापुरी निवासी 15 साल की दिव्यांशी पिता नवीन हरारिया पर तीन आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया था। उसे नोचने व काटने की कोशिश की गई। कुत्तों के हमले के कारण दिव्यांशी नीचे गिर गई थी। हाथ, पैर और बैक साइड में दांत के निशान लगे थे। बालिका को जिला अस्पताल ले जाकर इलाज कराया था। कुत्तों के हमले का CCTV भी सामने आया था। इसके बावजूद भी निगम के जिम्मेदार नहीं जागे। इस मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने भी संज्ञान लेकर जिम्मेदारों से जवाब मांगा था।