सैलाना में कांग्रेस के साथ भाजपा को भी लगा बड़ा झटका -कांग्रेस इस सीट को अपना गढ़ मानती रही, भाजपा जयस को मोहरा बनाकर जीतना चाहती थी,लेकिन कमलेश्वर ने कमाल कर दिया

सैलाना में कांग्रेस के साथ भाजपा को भी लगा बड़ा झटका -कांग्रेस इस सीट को अपना गढ़ मानती रही, भाजपा जयस को मोहरा बनाकर जीतना चाहती थी,लेकिन कमलेश्वर ने कमाल कर दिया

रतलाम। जिले की सैलाना अजजा आरक्षित विधानसभा सीट के परिणाम ने तमाम राजनीतिक विश्लेषकों को चकित कर दिया है। इस सीट पर सिर्फ आधुनिक संचार माध्यमों से प्रचार करने वाले उम्मीदवार कमलेश्वर डोडियार ने ना सिर्फ जीत दर्ज की बल्कि एक तरह से कमाल कर दिया। कमलेश्वर की जीत ना सिर्फ कांग्रेस के लिए बल्कि भाजपा के लिए भी बड़ा झटका रही। क्योकि जिस जयस के भरोसे वह जीतना चाह रही थी उसी जयस ने उसे तीसरे नंबर पर पहुंचा दिया।
अजजा वर्ग कि यह सीट वैसे तो कांग्रेस का परंपरागत गढ़ क्षेत्र रहा है। लेकिन इस सीट पर लहर में भाजपा ने भी जीत हांसिल की थी। लेकिन इस बार कांग्रेस दुसरे नम्बर पर तो भाजपा तीसरे नम्बर पर पहुँच गई है। क्षेत्र की जनता ने दोनो राष्ट्रीय दलों के उम्मीदवारों को बुरी तरह से नकार दिया है।
अंचल के युवाओं ने इस जीत के लिए सिर्फ सोश्यल मीडिया पर प्रचार अभियान चलाया। पूरे विधानसभा क्षेत्र मे विजयी प्रत्याशी का कहीं कोई झंडा या बैनर तक नही लगा था।
प्रचार संसाधनों और धनबल के मामले मे दोनो दलों के मुकाबले में कहीं नही ठहर रहे कमलेश्वर डोडियार पिछला चुनाव भी लड़े थे। लेकिन दूसरे प्रयास मे सफल हुए।
जिले की वनवासी सुरक्षित सीट सैलाना से भारत आदिवासी पार्टी के निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विजय हांसिल करने वाले कमलेश्वर ने क्षेत्र में सैलाना के विधायक हर्षविजय गेहलोत गुड्डू और भाजपा से विधायक रही संगीता चारेल को पराजित किया है।
वनवासी बहुल इस सीट पर पहली बार निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज कर नया इतिहास बनाया है। जिले की सैलाना सीट पर सर्वाधिक मतदान के बाद परिणाम को लेकर सभी के अपने अपने समिकरण थे। लेकिन वनवासी समाज ने सभी समीकरणों को फेल कर दिया।
यहां यह उल्लेखनीय है की मतदान और मतगणना के मध्य खाली समय में कमलेश्वर डोडियार ने क्षेत्र की जनता से चुनाव मे हुए खर्च का हवाला देते हुए कर्ज की जानकारी दी थी। उसके बाद नौतरा नामक एक वनवासी परंपरा का दो स्थानों पर आयोजन हुआ और इस आयोजन मे समाज जनों ने खुलकर कमलेश्वर की आर्थिक मदद की थी। डोडियार ने पूरे चुनावी अभियान को मुख्य रूप से सोश्यल मिडिया से संचालित किया और बड़ी जीत दर्ज की है।


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-जानिए सैलाना में कमलेश्वर को कितने वोट मिले, कैसे टूटा संगीता चारेल का सपना
सैलाना विधानसभा क्षेत्र में कुल विधिमान्य मत 1 लाख 88 हजार 070 रहे। इनमें से शंकरलाल - बहुजन समाज पार्टी को 1651, संगीता विजय चारेल भारतीय जनता पार्टी को 41 हजार 584, हर्षविजय गहलोत इंडियन नेशनल कांग्रेस को 66 हजार 601, कमलेश्वर डोडियार भारत आदिवासी पार्टी को 72 हजार 219, धर्मेंद्र जनता दल युनाइटेड को 1276, नवीन डामोर एडवोकेट भारतीय ट्रायबल पार्टी को 642, भूरी सिंगाड़ समाजवादी पार्टी को 679, पवन निर्दलीय को 1116, वागेश्वर मईड़ा निर्दलीय को 898 एवं सूरज भाभर निर्दलीय को 2404 मत प्राप्त हुए। इस प्रकार विजयी प्रत्याशी कमलेश्वर डोडियार भारत आदिवासी पार्टी को सर्वाधिक 72 हजार 219 मत प्राप्त हुए जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी हर्षविजय गहलोत गुड्डू इंडियन नेशनल कांग्रेस को को 66 हजार 601 मत प्राप्त हुए। बताया जाता है कि पंचायत चुनाव के दौरान मजबूत दिखी जयस को पर्दे के पीछे कुछ भाजपाईयों ने मदद की ताकि कांग्रेस का वोट कट सके और यहा संगीता चारेल विधायक बन सके। लेकिन ऐसी रणनीति बनाने वालों का दाव उलटा पड़ गया। यहा कांग्रेस तो कुछ अंतर से हारी लेकिन भाजपा को बढ़े अंतर से तीसरे नंबर पर जाना पड़ा। ऐसे में ना सिर्फयहा कमलेश्वर का एक बार विधायक बनने का सपना पूरा हुआ बल्कि संगीता चारेल का दूसरी बार विधायक बनने का सपना टूट गया।