राजस्थान के चोर जिले में करते थे बाईक चोरी, सरवन पुलिस ने पकड़ा
-18 मोटरसाइकिल बरामद, 5 से 7 हजार रुपए में बेच देते थे चोरी की बाईके
रतलाम। जिले की सरवन पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। यह तीनों राजस्थान के प्रतापगढ में रहते थे। इनके कब्जे से चोरी की 18 मोटरसाइकिल बरामद की है। यह बदमाश चोरी की बाईके 5 से 7 हजार रुपए में ही बेच देते थे। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से अन्य वारदातों के संबंध में भी पूछताछ कर रही है।
मंगलवार दोपहर को पुलिस कंट्रोल रूम पर आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने मामले की जानकारी दी। इस दौरान एएसपी राकेश खाखा भी मौजूद थे। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि सोमवार शाम को सरवन पुलिस द्वारा श्यामपुरा फंटा पर वाहन चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान तीन सवारी एक दुपहिया वाहन को जब रोका गया तो उस पर सवार तीनों युवक दस्तावेज और लाइसेंस के संबंध में ठीक से जबाब नहीं दे पाए। पुलिस को जब शंका हुई तो तीनों युवकों को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। पुलिस पूछताछ में तीनों युवकों ने मध्यप्रदेश और राजस्थान के अलग-अलग स्थानों से मोटरसाइकिल वाहन चोरी करना स्वीकार किया।
पुलिस पूछताछ में युवकों ने अपना नाम लालू पिता हकरू 20 वर्ष निवासी प्रतापगढ़ राजस्थान, सुनील पिता लक्ष्मण 22 वर्ष निवासी अरनोद जिला प्रतापगढ़ राजस्थान और विजयपाल पिता भवरलाल 23 वर्ष निवासी प्रतापगढ़ राजस्थान का होना बताया। पुलिस पूछताछ में तीनों युवकों ने बताया कि वह बेरोजगार है और काम धंधा नहीं होने कारण वाहन चोरी की वारदातें करना शुरू कर दी। पुलिस ने तीनों युवकों से पूछताछ के आधार पर चोरी की 18 मोटरसाइकिल बरामद की है। यह मोटरसाइकिल उन्होंने पिपलोदा, जावरा औद्योगिक क्षेत्र, सरवन, मंदसौर के पिपलिया मंडी और राजस्थान के निंबाहेड़ा, चित्तौडग़ढ़ से चोरी करना बताया।
-मास्टर की से खोलते थे बाईको के लॉक
पुलिस ने बताया कि आरोपियों से जब्त सभी मोटर साइकल एक ही कंपनी की है। मास्टर की का उपयोग कर यह मोटरसाइकिल का ताला खोलते थे और उसे चोरी कर लेते थे। जिस कंपनी की मोटरसाइकिल को यह लोग चुराते थे उसका लॉक खोलना सबसे आसान था।
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि आरोपी मोटरसाइकिल चोरी करने के बाद उन्हें राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में 5 से 7 हजार रुपए में बेच देते थे। आरोपियों का रिमांड लेकर उनसे चोरी की अन्य दुपहिया वाहनों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि गिरोह में और सदस्य भी शामिल हो सकते हैं जिनके बारे में भी पूछताछ की जा रही है।
-पुलिस टीम को 10 हजार का पुरस्कार
एसपी ने वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करने में शामिल टीम को 10 हजार रुपए का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है। मामले में सरवन थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा, एसआई आनंद बागवान, एएसआई कमाल सिंह बामनिया, पन्नालाल भूरिया, शैलेंद्र सिंह सोलंकी, गुलाब चंद मीणा, रघुवीर सिंह शक्तावत, विजय झोडय़िां, तूफान भूरिया, विजय सिंह मंडलोई, पुष्कर धाकड़, भरत जाट, बाघ सिंह, रतनलाल, अर्जुन प्रजापत, पवन खराड़ी आधी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।