रतलाम : हत्या के छठवें दिन भी आरोपी फरार, पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल - रतलाम में 22 वर्षीय युवक की निर्मम हत्या, परिजनों ने पुलिस प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार

रतलाम। रतलाम में 28 मई की रात में हुई 22 वर्षीय अरुण असावरा की निर्मम हत्या के बाद भी अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, जिससे पीड़ित परिजन पुलिस की कार्यप्रणाली से बेहद आहत हैं। मृतक के पिता मनोहरलाल असावरा ने रतलाम एसपी अमित कुमार को लिखित आवेदन सौंपते हुए मामले में त्वरित कार्यवाही की मांग की है। ज्ञापन की प्रति परिजन द्वारा कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप और कलेक्टर राजेश बाथम को भी सौंपी है।
मजदूरी कर परिवार पालने वाले मनोहरलाल असावरा ने बताया कि उनका बेटा अरुण, जो इलेक्ट्रिक का काम करता था, 28 मई की सुबह काम पर निकला था लेकिन रात भर घर नहीं लौटा। अगले दिन दो अज्ञात व्यक्ति उनके घर आए और अरुण की हत्या की सूचना दी। पुलिस को सूचना देने के बाद मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम कराया गया और उसी दिन अंतिम संस्कार भी किया गया।
हत्या स्थल से कुछ दूरी पर ही थी पुलिस चौकी
परिजन का कहना है कि जिस स्थान पर हत्या की गई, वह कालिका माता मंदिर के सामने है और वहां से मात्र 500 फीट की दूरी पर पुलिस चौकी स्थित है। इसके बावजूद आरोपी खुलेआम 12 बार चाकुओं से हमला कर अरुण की हत्या करने में सफल रहा। इससे अपराधियों के हौसले और पुलिस की सुस्ती का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
संदिग्ध दोस्त का नाम आया सामने
मीडिया में मृतक अरुण के पूर्व मित्र उत्तम सोलंकी का नाम संदिग्ध रूप में सामने आया है, जो अब उज्जैन में निवास कर रहा है। मृतक के पिता के अनुसार, उसी दिन शाम 7:30 बजे अरुण की ही मोटरसाइकिल (MP-43-BB-3691) कोई अज्ञात युवक लेकर आया और घर पर सामान की थैली व लाइट रखकर चला गया। यह पूरी घटना घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई है। आशंका जताई जा रही है कि वही व्यक्ति हत्या के बाद वाहन लेकर फरार हुआ है।
परिजन की मांग तत्काल हो गिरफ्तारी
परिजनों ने पुलिस से मांग की है कि घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज तुरंत खंगाले जाएं, आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर हत्या का मामला दर्ज किया जाए और मृतक परिवार को न्याय दिलाया जाए। साथ ही इस गंभीर लापरवाही की उच्चस्तरीय जांच की भी मांग की गई है।