जघन्य हत्याओं का मामला : हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कलेक्ट्रोरेट का घेराव, सीढिय़ों पर बैठ एडिशनल एसपी ने की चर्चा
पुलिस मामले में अब तक 21 में 7 आरोपियों को कर चुकी गिरफ्तार, शेष हैं अभी तक फरार
रतलाम। जिला मुख्यालय के महू-नीमच फोरलेन स्थित कांडरवासा फंटे के समीप छह दिन पूर्व दो युवकों की मौत की गुत्थी सुलझने के बाद भी परिजन और ग्रामीणों का आक्रोश शांत होता नजर नहीं आ रहा है। बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड को 21 नामजद आरोपियों ने अंजाम दिया था। इसमें 7 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि शेष 14 आरोपी फरार हैं। मामले में बुधवार को मृतक के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में कलेक्ट्रोरेट पहुंच घेराव कर दिया। यहां पर कलेक्टर के नाम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को ज्ञापन देने पर अड़े रहे, लेकिन कलेक्टर नहीं आए। इसके बाद आक्रोशित परिजन और ग्रामीणों से अपर कलेक्टर आरएस मंडलोई और एडिशनल एसपी राकेश खाखा ने बातचीत कर उन्हें आश्वास्त किया। एडिशनल एसपी खाखा आक्रोशित परिजन से चर्चा के लिए सीढिय़ों पर बैठे और पुलिस की अब तक कार्रवाई से अवगत कराया। इसके अलावा उनकी शेष मांगों को वरिष्ठ अधिकारी और शासन तक पहुंचाने का भी आश्वासन दिया।
बुधवार दोपहर हत्याकांड में मृत केशव और गजेंद्र के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में कलेक्ट्रोरेट पहुंचे। यहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की बात कही। काफी देर तक कलेक्टर के नहीं आने पर नाराजगी पनप गई और सभी आक्रोशित परिजन और ग्रामीण कलेक्ट्रोरेट परिसर में ही जमीन पर बैठ गए। इस दौरान मृतक गजेंद्रसिंह डोडिया के भाई राकेश डोडिया ने बताया कि उक्त जघन्य हत्याकाडं के आरोपियों की अवैध संपत्तियों की जांच की जाए। इसके अलावा अवैध निर्माण तोड़े जाए और मृतक के परिजनों को यथोचित मुआवजा राशि प्रदान करने के साथ ही शेष फरार 14 आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। सूचना मिलने पर मौके पर एडिशनल एसपी खाखा और अपर कलेक्टर मंडलोई भी पहुंचे। परिजनों की समस्या सुनने के लिए एडिशनल एसपी खाखा सीढियों पर बैठे और चर्चा की। इस दौरान एडिशनल एसपी खाखा ने अभी तक मामले में गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी भी दी। इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नाम ज्ञापन भी प्राप्त कर परिजनों और ग्रामीणों को आश्वास्त किया कि वह इसे उच्चस्तर पर भेज उन्हें सहायता प्रदान करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। इसके बाद आक्रोशित परिजन और ग्रामीण एडिशनल एसपी खाखा से प्राप्त आश्वासन के बाद वापस अपने गांव लौट गए।
यह था हत्याकांड का पूरा मामला
21 व 22 मार्च की दरमियानी रात रतलाम फोरलेन पर गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों को कांडरवासा फंटे के पास केशव (29) पिता विष्णु गुर्जर निवासी ग्राम सेमलिया, गजेंद्र उर्फ गज्जू (30) पिता पूनमचंद्र डोडिया निवासी ग्राम अमलेटा मृत मिले थे। उनके शरीर पर कई जगह चोट के निशान पाए गए थे। वहीं शवों से कुछ दूरी पर उनकी बाइक भी क्षतिग्रस्त मिली थी। पहले माना जा रहा था कि दोनो युवकों की मौत सडक़ हादसे में हुई होगी। मामले की गंभीरता से जांच के बाद 22 मार्च की दोपहर शव घर ले जाते समय परिजन और ग्रामीणों ने फोरलेन के अमलेटा फंटे पर जाम लगाकर धरना देकर हत्या का आरोप लगाने पर सूक्ष्मता से जांच शुरू की गई। आरोपियों और मृतकों के मोबाइल की कॉल डिटेल निकालने के बाद पता चला कि जिन पर परिजन और ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं, उन्हीं ने वारदात को अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस ने जघन्य हत्याकांड के आरोपियों की तफ्तिश के लिए पांच अलग-अलग टीमों का गठन किया था। मामले में पुलिस ने अभी तक हिस्ट्रीशीटर सूर्यपालसिंह (29) पिता मदनसिंह पडियार निवासी ग्राम बड़ोदिया, राहुल (30)पिता शंकरलाल जाट निवासी ग्राम रामगढ़ (थाना सैलाना), बबलू (31) पिता अमृतलाल गुर्जर निवासी ग्राम बिबड़ोद (थाना दीनदयाल नगर थाना), शैलेंद्र उर्फ शेलू (28) पिता रमेश डिंडोर निवासी पीपली चौक (नामली), अंकित (28)पिता मुकेश कुमावत निवासी नामली, योगेश (23) भंवरलाल राठौर निवासी नामली, अभिषेक (20) पिता रणछोड़ जाट निवासी ग्राम धमोत्तर (थाना नामली) को गिरफ्तार किया है। जबकि 14 आरोपी अभी भी फरार हैं। जिन्हें पुलिस द्वारा जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है।