रतलाम:भील प्रदेश की मांग को लेकर एसडीएमको ज्ञापन दिया
रतलाम। (coverstory24)जयस एवं आदिवासी परिवार सैलाना ने भील प्रदेश राज्य को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री के नाम ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी मनीष जैन को ज्ञापन सोपा। ज्ञापन में बताया गया कि भारत के आदिवासी समुदाय से जुड़े ज्वलंत मुद्दे एवं संविधान के अनुच्छेद 3 (क, ख. ग, घ, ङ) के तहत् पश्चिमी भारत के भील आदिवासी सांस्कृतिक क्षेत्र के चार राज्यों का सीमाई इलाका एवं एक केन्द्र शासित प्रदेश को जोड़कर "भीलप्रदेश राज्य" गठन किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि भारतीय उपमहाद्वीप में 20 लाख साल पहले से रह रहे आखेटक खाध्य संग्राहक मानव समूह के वंशज आदिवासी है।" पुरातात्विक स्थल विन्ध्याचल-सातपुडा अरावली पर्वतमाला में क्रमशः बेलन नदी घांटी, भीमबेटका एवं साबरमती नदी बेसिन में मिले है। भारत की इस मूल संस्कृति मानव समूह के संरक्षण के लिए "भील प्रदेश राज्य" गठन आवश्यक है। भारत भूमि की मूल मिट्टी की मूल उपज भील आदिवासी है। पश्चिमी भारत के इस इलाके में ईरानी, यूनानी, पार्थियन, शक, कुषाण, हूण, अरब, तुर्क, मुगल विदेशीयो आदिवासी की संस्कृति के साथ छेड़छाड़ नहीं की भील प्रदेश मांग के नाम से ज्ञापन दिया जिसमें उपस्थित जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि चंदू मईड़ा,सरपंच रमेश खराड़ी,सरपंच दिनेश निनामा,भील प्रकाश मईड़ा रामलाल मईड़ा,ईश्वर डोडियार,खातु डिंडोर,प्रकाश निनामा,कालू डोडियार,कृष्णा खराड़ी,राजू खराड़ी,एलम निनामा,लालसिंह निनामा,गुड्डू मईड़ा,मिथुन निनामा,अनिल डूंगर सिंह डिंडोर,पंकज,गोपाल राणा,सुनील खराड़ी,नरसिंह निनामा,नानालाल हारी,दिनेश मईडा हजारों कार्यकर्ताओं ने मिलकर ज्ञापन सौपा।