रतलाम: 27 दिन पहले प्रभारी मंत्री ने सुनी थी कन्या छात्रावास की बालिकाओं की समस्या, आदेश हुए धराशायी , 8 किलोमीटर पैदल चलकर बालिकाएं पहुंची कलेक्टोरेट, कलेक्टर को बताई समस्याएं
रतलाम। एक माह पहले अपनी समस्याओ को मन्त्री से लेकर अधिकारियो तक को बताने के बाद भी समस्या हल नहीं होने पर कन्या परिसर की हायर सेकंडरी की छात्राये करीब आठ किलोमीटर पैदल चलकर कलेक्टरेट कार्यालय पहुची। सागोद रोड स्तिथ पीएम श्री कन्या परिसर की करीब 55 छात्राये आज सुबह करीब दस बजे परिसर से पैदल ही कलेक्टर कार्यालय के लिये निकली. छात्राओं के पैदल आने की सूचना पर कलेक्टर राजेश बाथम सहित अन्य अधिकारी परिसर की और चल पड़े। रास्ते मे कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियो ने छात्राओं से बात करना चाही लेकिन छात्राओं ने कलकेटर कार्यालय मे ही बात करने का कह कर रुकने से इंकार कर दिया। छात्राये पुन पैदल ही कलेक्टर कार्यालय की और चल पड़ी. इस दौरान अधिकारी भी अपनी लग्जरी गाड़ियों में छात्राओं के पीछे-पीछे चलते रहे। बालिका कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची और यहां पर जमीन पर बैठ गई. छात्राओं का एक दल कलेक्टर से मिलने उनके केबिन में पहुंचा. कलेक्टर से चर्चा के बाद छात्राओं ने बताया की करीब एक माह पहले भी हमने अपनी समस्याओ को बताया था. जिसमे कुछ विषयो के टीचर नही होने से पढ़ाई प्रभावित होने, भोजन व्यवस्था ठीक नही होने सहित कई समस्या थी। छात्राओं ने बताया की कलेक्टर ने समस्याओ का निराकरण करने की बात कही है। इसके बाद कलेक्टर राजेश बाथम ने सभी छात्राओं को नाश्ता करवाकर वाहनो की व्यवस्था कर कन्या परिसर छुड़वाया। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को समझते हुए हॉस्टल अधीक्षिका सुनीता हारी को तत्काल निलंबित कर दिया है।
वही इस संबंध में कलेक्टर राजेश बाथम ने बताया की जो छात्राए आई थी उन्होंने जो समस्याये बताई उनका निराकरण किया जा रहा है। सर्वप्रथम हॉस्टल की अधीक्षका सुनीता हारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. जिन विषयो के शिक्षकों की कमी है उनकी व्यवस्था की जा रही है।
करीब 1 महीने पहले प्रभारी मंत्री ने भी सुनी थी समस्या
जिले के प्रभारी मंत्री बनने के बाद मंत्री विजय शाह रतलाम आए थे। यहां पर उन्होंने बैठक के साथ ही छात्रावास की बालिकाओं से भी चर्चा की थी और उनसे होस्टल की समस्याओं को लेकर चर्चा की थी । इसके बाद उन्हें हर समस्या के निराकरण का आश्वासन भी दिया था लेकिन उनके आदेश का अधिकारी ने किसी प्रकार से कोई पालन नहीं किया यही वजह रही की बालिकाए तपती धूप में 8 किलोमीटर चलकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची और कलेक्टर को समस्याए बताने लगी। इससे साफ-साफ जाहिर होता है कि अधिकारी प्रभारी मंत्री को लेकर भी गंभीर नहीं है।