भील प्रदेश की मांग को लेकर जयस ने सौंपा ज्ञापन
रतलाम। जयस ने भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के बैनर तले आदिवासियों को अलग राज्य भील प्रदेश बनाने को लेकर रतलाम और सैलाना में राष्ट्रपति के नाम 36 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया कि मानव समूह के वंशज आदिवासी हैं पुरातात्विक स्थल विंध्याचल सतपुड़ा, अरावली, पर्वतमाला में बेलन नदी घाटी भीमबेटका एवं साबरमती नदी बेसिन में मिला है। भारत की इस मूल संस्कृति मानव समूह के संरक्षण के लिए भील प्रदेश राज्य का गठन होना चाहिए। इसके साथ ही ज्ञापन में बताया गया कि राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र विधानसभा में भील प्रदेश राज्य का प्रस्ताव पारित करें। केंद्र सरकार को भिजवाए। इस दौरान जयस सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश्वर डोडियार, जयस सामाजिक कार्यकर्ता चंदू मईडा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष केशूराम निनामा, कालू भाभोर, ध्यानवीर डामोर, जुलवानिया सरपंच छोटू भाभर, महेश मालवीय, बंटी डाबी, सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश मकवाना, सरपंच रमेश खराड़ी, सरपंच प्रतिनिधि संजय मईडा, सरपंच तोलाराम, सरपंच प्रतिनिधि विनीत भावर, सरपंच प्रतिनिधि कांतिलाल दामा, प्रतिनिधि राजेश मईडा, जीवन पांडोर, राकेश राठौड़, प्रकाश मईडा, बापू सरपोटा, बंटी राणा, दशरथ निनामा, ईश्वर डोडियार, प्रेम भगोरा, विक्रम चारेल, ईश्वर चरपोटा, डूंगर सिंह डिंडोर, किशन मईडा एलाम निनामा, थावर पारगी, शिवा गहलोत, दुला खराड़ी, सतनारायण खराड़ी सैकड़ों सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित हुए।