अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे तो खुल गई सरकारी सिस्टम की पोल, बालिका छात्रावास में रह रहा था रसोइया का पति, अधीक्षिका निलंबित, जर्जर भवन सहित पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं
रतलाम। जिले में संचालित कन्या छात्रावासों की स्थिति कितनी दयनीय है उसकी पोल उस समय खुल गई जब अपर कलेक्टर आनंद कालोनी स्थित एक कन्या छात्रावास का निरीक्षण करने पहुंची। निरीक्षण के दौरान यहां पर अव्यवस्थाओं का अंबार लग गया। यहां पर हॉस्टल में पीने के पानी से लेकर खाने-पीने और साफ सफाई की हालत बहुत खराब थी। निरीक्षण में किचन में गंदगी मिली तो वही बर्तन भी खराब स्थिति में पाए गए, छात्रावास भी जर्जर अवस्था में मिला। इसके साथ यहां पर छात्राओं को उनके लिए आई हुई सामग्री तक नहीं प्रदान की गई थी। बल्कि उन्हें स्टोर करके रखा हुआ था। अधीक्षिका से पूछने पर गोलमोल जवाब दिया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है।
दरअसल शहर के आनंद कॉलोनी स्थित शासकीय अजा कन्या सीनियर छात्रावास की छात्राओं ने एक दिन पहले कलेक्टर को शिकायत की थी। शिकायत में छात्राओं ने बताया था कि छात्रावास में उनको मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलती खाने की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है साथ ही रसोइया का व्यवहार भी ठीक नहीं है।
छात्राओं की शिकायत के बाद यहां पर कलेक्टर राजेश बाथम ने एक दल बनाया था। जिसमें अपर कलेक्टर शालिनी श्रीवास्तव, संयुक्त कलेक्टर राधा महंत और नायब तहसीलदार प्राची गायकवाड शामिल थी। अपर कलेक्टर शालिनी श्रीवास्तव दल के साथ जब छात्रावास पहुंची तो उन्हें छात्रावास में कई अव्यवस्थाएं मिली। छात्राओं से चर्चा करने पर कई गंभीर अनियमिता सामने आई। अपर कलेक्टर ने जब किचन का निरीक्षण किया तो यहां पर किचन में गैस चूल्हे के साथ ही बर्तन भी गंदे मिले इसके साथ ही किचन में ही पुराना रिकॉर्ड रखा हुआ था साथ ही छात्रावास के कुछ कैमरे भी जर्जर अवस्था में नजर आए जिनको लेकर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की इसके साथ ही छात्र उसका बाथरूम में भी गंदगी मिली। छात्राओं ने बताया कि यहां रसोइया का पति भी 2 माह से रह रहे हैं। इसके साथ ही उन्हें खाना भी ठीक नहीं मिलता। निरीक्षण के दौरान यहां पर बिस्तर पर पुरानी बेडशीट मिली साथ ही पूछने पर बताया कि उन्हें 3 साल से बेडशीट नहीं मिली है। स्टोर रूम की चेकिंग करने पर यहां पर बड़ी संख्या में बेडशीट रजाई गादी टावेल और अन्य सामग्री मिली जो की पिछले साल की थी जिनका वितरण किया जाना था लेकिन उनका वितरण नहीं करते हुए उन्हें स्टोर करके रखा हुआ था जब इस बारे में हॉस्टल अधीक्षिका से पूछा गया तो वहां गोलमोल जवाब देती नजर आई साथ ही निरीक्षण में छात्राओ ने बताया कि पीने का पानी भी सही नहीं दिया जा रहा है RO वॉटर जो कि कुछ समय पहले लगा था वह भी खराब है।