रतलाम जिले में कलेक्टर ने की उर्वरक वितरण की नियोजित ढंग से व्यवस्था -अधिकारियों द्वारा सहकारी संस्थाओं में पहुंचकर की जा रही खाद वितरण की जांच

रतलाम जिले में कलेक्टर ने की उर्वरक वितरण की नियोजित ढंग से व्यवस्था -अधिकारियों द्वारा सहकारी संस्थाओं में पहुंचकर की जा रही खाद वितरण की जांच


धराड तथा लुनेरा में मिली अनियमितताएं, कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी
रतलाम। जिले में किसानों को सुचारू ढंग से खाद उपलब्ध कराने के लिए कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार द्वारा नियोजित ढंग से व्यवस्था की गई है। इसके तहत न केवल खाद विक्रय स्थलों पर निगरानी के लिए कर्मचारी तैनात किए गए हैं बल्कि सहकारी संस्थाओं में खाद की उपलब्धता, स्टॉक, वितरण इत्यादि की गहन जांच के लिए अधिकारी पहुंच रहे हैं। कलेक्टर के आदेश पर बुधवार को रतलाम ग्रामीण में तहसीलदार सुश्री पिंकी साठे, कुलभूषण शर्मा, मनोज चौहान द्वारा शिवपुर, नामली, बिलपांक, लुनेरा, धराड इत्यादि सहकारी समितियों में खाद वितरण, उपलब्धता आदि की जांच की गई। इस दौरान विभिन्न सहकारी समितियों में खाद वितरण में अनियमितता पाए जाने पर संबंधित कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
तहसीलदार रतलाम ग्रामीण सुश्री पिंकी साठे द्वारा ग्राम धराड स्थित सहकारी समिति पहुंचकर यूरिया खाद के वितरण के संबंध में जांच की गई। इस दौरान कर्मचारी सहायक प्रबंधक मधु चौहान, कंप्यूटर ऑपरेटर धर्मज्ञ चौहान से स्टॉक रजिस्टर और वितरण रजिस्टर मांगे जाने पर संबंधित द्वारा स्टाक रजिस्टर नहीं बनाया जाना बताया गया। वितरण रजिस्टर जो समक्ष में प्रस्तुत किया गया वह बिना पेजिंग का होकर अनियमित था। स्पष्ट किया जाना संभव नहीं था कि वितरण रजिस्टर से किस कृषक को किस दिनांक को कितना खाद वितरित किया गया। खाद की उपलब्धता और वितरण उपरांत स्टॉक का भी कहीं रिकॉर्ड संधारण नहीं किया गया। कर्मचारियों ने बताया कि वितरण परमिट के आधार पर खाद वितरित किया जा रहा है। रबी मौसम की परमिट बुक मांगे जाने और उसकी जांच करने पर भी खाद वितरण के संबंध में जानकारी स्पष्ट नहीं हुई।
समिति द्वारा पंजीबद्ध सदस्यों का रजिस्टर भी उपलब्ध नहीं कराया गया। इस प्रकार की कई गंभीर अनियमितताएं पाई गई। पीओएस मशीन से प्राप्त स्टॉक पर्ची के आधार पर धराड़ सोसायटी में कुल 36.45 मेट्रिक टन यूरिया की उपलब्धता जांच के समय प्रदर्शित हुई। गोदाम में रखे गए खाद की बोरियों की गिनती करवाई जाने पर कुल 565 बोरी में 25.425 मेट्रिक टन यूरिया ही मौके पर गोदाम में उपलब्धता पाया गया, शेष 10.620 मेट्रिक टन यूरिया के वितरण की जानकारी कर्मचारियों द्वारा उपलब्ध नहीं करवाई गई। तहसीलदार द्वारा रबी फसल की चालू पंजीयां अग्रिम जांच हेतु जप्त कर ली गई। कर्मचारियों को अगले नंबर की परमिट बुक से वितरण परमिट जारी करके खाद के निरंतर वितरण के लिए निर्देशित किया गया।
इसी प्रकार लुनेरा में सहकारी समिति में यूरिया खाद वितरण के संबंध में स्टॉक रजिस्टर तथा वितरण रजिस्टर मांगे जाने पर संबंधित द्वारा स्टॉक रजिस्टर प्रस्तुत किया गया जिसमें विगत 15 नवंबर का रिकार्ड संधारित किया जाना पाया गया। स्टॉक रजिस्टर में काटा-पीटी कर आंकडों के साथ छेडछाड की गई है। उपस्थित कर्मचारियों द्वारा प्रस्तुत खाद वितरण रजिस्टर में रिकॉर्ड शुद्धता के साथ संधारित करना नहीं पाया गया। इस प्रकार कर्मचारियों द्वारा गंभीर अनियमित की जाना पाई गई है। पीओएस मशीन से प्राप्त स्टॉक पर्ची के आधार पर समिति में कुल 33.57 मैट्रिक टन यूरिया, यानी 733 बोरियां पाई गई। मौके पर गोदाम में रखी यूरिया खाद की बोरियां गिनने पर 576 बैग ही स्टॉक में पाए गए। शेष 166 बोरियों के मामले में कोई रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किया गया। तहसीलदार द्वारा मौके पर अग्रिम जांच हेतु चालू पंजिया जप्त की गई। कर्मचारियों को अगले नंबर की परमिट बुक से वितरण परमिट जारी करके निरंतर खाद वितरण हेतु निर्देशित किया गया।