गुलाब चक्कर को सांस्कृतिक स्थल के रुप में विकसित करने पर जोर - कलेक्टर निरीक्षण करने पहुंचे तो इस स्थान को लेकर कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए, ग्रामीण एसडीएम कार्यालय का निरीक्षण भी किया

गुलाब चक्कर को सांस्कृतिक स्थल के रुप में विकसित करने पर जोर - कलेक्टर निरीक्षण करने पहुंचे तो इस स्थान को लेकर कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए, ग्रामीण एसडीएम कार्यालय का निरीक्षण भी किया

रतलाम। कलेक्टर राजेश बाथम मंगलवार शाम को पुराने कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे। यहां उन्होंने गुलाब चक्कर एवं ग्रामीण एसडीएम कार्यालय का निरीक्षण किया।
मंगलवार शाम करीब 5 बजे कलेक्टर राजेश बाथम सबसे पहले गुलाब चक्कर पहुंचे। उनके साथ एडीएम आर एस मंडलोई, शहर एसडीएम अनिल भाना, तहसीलदार एवं लोक निर्माण और पुरातत्व विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। कलेक्टर श्री बाथम ने गुलाब चक्कर का निरीक्षण कर उसके इतिहास के बारे में जानकारी ली। श्री बाथम ने रतलाम की इस ऐतिहासिक विरासत को सहेजने और संवारने के लिए योजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने गुलाब चक्कर को सांस्कृतिक स्थल के रूप में विकसित करने पर जोर दिया।

-पुरातत्व कालीन मूर्तियों को भी देखा
कलेक्टर श्री बाथम को जानकारी दी गई की गुलाब चक्कर को पूर्व में पुरातत्व संग्रहालय के रूप में विकसित किया गया था। इसके बाद उन्होंने यहां की पुरातत्व महत्व की वस्तुओं के बारे में जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि सभी पुरातत्व कालीन मूर्तियां एवं वस्तुएं पुराने कलेक्ट्रेट में सुरक्षित रखी हुई है। इसके बाद कलेक्टर श्री बाथम पुराने कलेक्ट्रेट पहुंचे और वहां रखी गई पुरातत्व कालीन मूर्तियों को दिखा। श्री बाथम ने पुराने कलेक्टर भवन का निरीक्षण करते हुए ग्रामीण एसडीएम कार्यालय और अन्य कक्षों का भी निरीक्षण किया।