सैलाना में बनेगा मध्यप्रदेश का पहला कैक्टस गार्डन: गुजरात के केवड़िया कैक्टस गार्डन की तर्ज पर निर्मित हो रहा वन विभाग का कैक्टस गार्डन, पर्यावरण संरक्षण और शोध का अनूठा केंद्र, 100 से ज्यादा प्रजातियों के लगेंगे पौधे
मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में वन विभाग एक नया आयाम स्थापित कर रहा है। सैलाना वन क्षेत्र में प्रदेश का पहला और एकमात्र कैक्टस गार्डन तैयार किया जा रहा है, जो न केवल पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा बल्कि शोधार्थियों और विद्यार्थियों के लिए भी एक ज्ञानवर्धक केंद्र साबित होगा।
एशिया का सबसे बड़ा कैक्टस गार्डन भी रतलाम जिले के सैलाना में बना हुआ है। लेकिन मध्य प्रदेश में वन विभाग का यह पहला कैक्टस गार्डन बन रहा है जिसमें 100 से ज्यादा प्रजातियां के कैक्टस पौधे लगाए जाएंगे इसके साथ ही यहां पर गार्डन और अन्य सुविधाएं भी मिलेगी।
100 से अधिक प्रजातियों के कैक्टस पौधे लगाए जाएंगे।
वन विभाग की योजना के तहत इस गार्डन में 100 से ज्यादा प्रजातियों के कैक्टस का रोपण किया जाएगा। कैक्टस के पौधे मध्य प्रदेश सहित गुजरात से भी लाए जाएंगे। डीएफओ एन. के. दोहरे ने बताया कि यह परियोजना कैक्टस जैसे विशेष पौधों के संरक्षण के साथ-साथ उनके वैज्ञानिक अध्ययन के लिए भी अत्यंत उपयोगी होगी।
10 हेक्टेयर क्षेत्र में बॉटनिकल गार्डन का विस्तार
कैक्टस गार्डन सैलाना वन क्षेत्र के 10 हेक्टेयर एरिया में विकसित किया जा रहा है। इस बॉटनिकल गार्डन में 150 प्रकार के वृक्ष लगाए जाएंगे, जिनमें से कुछ दुर्लभ और विलुप्ति की कगार पर पहुंच चुकी प्रजातियां भी शामिल होंगी।
तकनीकी नवाचार के माध्यम से गार्डन में लगाए गए वृक्षों के बारे में जानकारी प्राप्त करना भी सरल बनाया गया है। हर वृक्ष पर एक क्यूआर कोड लगाया जाएगा, जिसे स्कैन करने पर उस वृक्ष की विस्तृत जानकारी मोबाइल स्क्रीन पर उपलब्ध हो जाएगी।
कैक्टस गार्डन के विकास पर लगभग 50 लाख रुपये का खर्च अनुमानित है, और इसे 6 महीनों के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। गार्डन के विकसित होने के बाद यह सैलाना और रतलाम क्षेत्र में पर्यावरण पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
यह गार्डन न केवल पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि वनस्पति विज्ञान के विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए भी अत्यधिक उपयोगी साबित होगा। यहाँ आने वाले लोग विभिन्न कैक्टस प्रजातियों और वृक्षों से जुड़ी जानकारियाँ प्राप्त कर सकेंगे और प्रकृति के साथ जुड़ने का अनुभव कर पाएंगे।
रतलाम के सैलाना में विकसित हो रहा यह कैक्टस गार्डन वन्यजीवन संरक्षण, शिक्षा और पर्यावरण पर्यटन का एक बेहतरीन उदाहरण बनेगा। प्राकृतिक सुंदरता के साथ तकनीक के मेल से यह गार्डन पर्यावरण प्रेमियों के लिए एक विशेष आकर्षण साबित होगा और वन क्षेत्र के विकास में नई दिशा प्रदान करेगा।