कर्मचारियों में धैर्य, एकाग्रता और मन की प्रसन्नता जरूरी - जनपद कार्यालय में एक दिवसीय अल्पविराम परिचय कार्यशाला का आयोजित
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रतलाम : शासकीय कर्मचारियों में आनंद की अनुभूति कराने तथा उनके दैनिक कार्यों में सकारात्मकता का भाव बढ़ाने की दृष्टि से जनपद कार्यालय सभाकक्ष में विभिन्न विभाग के 60 अधिकारियों/कर्मचारियों के लिए एक दिवसीय अल्पविराम परिचय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिले में ब्लाक स्तरीय अल्पविराम कार्यक्रम की यह अंतिम कार्यशाला थी। इसके पूर्व दिसंबर माह में जिले के सैलाना, जावरा, आलोट, पिपलौदा व बाजना विकासखंड में सफलतापूर्वक कार्यक्रम हो चुके हैं।
आनंद विभाग की टीम द्वारा जिला और विकासखंड के अधिकारियों के सहयोग से संपूर्ण जिले के शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला बाल विकास, राजस्व, कृषि, पंचायत, नगरीय निकाय और पुलिस विभाग के 360 अधिकारियों-कर्मचारियों को अल्पविराम प्रशिक्षण दिया गया। जनपद उपाध्यक्ष हितेंद्रसिंह भाटी उपस्थित रहे। मास्टर ट्रेनर अणिमा आचार्य ने प्रार्थना गाई। जनपद सीईओ निर्देशक शर्मा ने कहा कि चाहे परिस्थितियां कितनी भी प्रतिकूल हो, लेकिन शासकीय कर्मचारियों में धैर्य जरूरी है। इसके लिए चित्त, दिमाग का स्थिर होना और मन को आनंदित रखना जरूरी है।
जिला समन्वयक सीमा अग्निहोत्री ने राज्य आनंद संस्थान और अल्पविराम कार्यक्रम का परिचय दिया तथा शांत समय को अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए कहा तथा सकारात्मकता व तनावमुक्त जीवन जीने की कला को प्रोजेक्टर पर शार्ट वीडियो फिल्म के माध्यम से बताया। विनीता ओझा ने बताया कि स्वयं की सोच परिवर्तन से कैसे आनंदित रह सकते हैं। धर्मा कोठारी ने ताली गतिविधि के माध्यम से बताया कि हम अपनी क्षमता का आकलन भी नहीं कर पाते हैं। मास्टर ट्रेनर पुष्पेंद्रसिंह सिसौदिया ने लाइफ बैलेंस शीट सत्र लेते हुए जीवन में मदद करके आनंद की अनुभूति के बारे में बताया। ईश्वरसिंह राठौर ने खेल गतिविधि द्वारा जीवन के महत्वपूर्ण सबक को समझाया। मल्हार बक्शी ने सुमधुर गीत से सभी को आनंदित किया। मास्टर ट्रेनर मधु परिहार ने चिंता व प्रभाव के दायरे द्वारा समझाया गया कि जिनका समाधान हमारे हाथ में हैं सिर्फ उन चिंताओं पर ही विचार करना चाहिए। दीपक राठौर, प्रभात जौहर, शांतिलाल कुरेजा ने बताया कि उनका आनंद कब बढ़ता है। लक्ष्मी परमार, महेंद्रसिंह भाटी ने उन लोगों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की, जिन्होंने कठिन समय में मदद की। मनीष पंवार और घनश्याम पाटीदार ने ईश्वर के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि हमें किसी की मदद करने का सौभाग्य मिला। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। आनंदम सहयोगी अशोक मेहता ने कार्यक्रम में सहयोग किया। प्रशिक्षण समन्वयक निकिता मेहता ने संपूर्ण व्यवस्था को सुचारू रूप से संपन्न किया।