रतलाम: जनसुनवाई में शिकायत लेकर पहुंचे किसान, सुनवाई नहीं हुई तो फोरलेन किया जाम

रतलाम: जनसुनवाई में शिकायत लेकर पहुंचे किसान, सुनवाई नहीं हुई तो फोरलेन किया जाम

रतलाम। जिले के समीपस्थ ग्राम नगरा से कलेक्टोरेट में जनसुनवाई में शिकायत लेकर पहुंचे किसान सुनवाई नहीं होने पर भड़क गए और  कलेक्टर ऑफिस के सामने महू-नीमच फोरलेन पर जाम लगा दिया। करीब आधे घंटे तक यह जाम लगा रहा है।

किसानों का आरोप था कि गांव की सरकारी सोसायटी ने ऋण दिए बिना किसानों को डिफाल्टर घोषित कर दिया। जाम के बीच शहर एसडीएम अनिल भाना पहुंचे। किसानों को 8 दिन में जांच का आश्वासन दिया। तब जाकर किसान माने।

गांव नगरा के कन्हैयालाल सोलंकी, मनोहरसिंह सोलंकी, श्यामलाल, कैलाश, जबरसिंह, कृष्णपालसिंह, नानालाल, भगवानसिंह, प्रभुलाल, जसवंतसिंह. लालसिंह भाटी, अजय, शैलेंद्रसिंह आदि किसान जनसुनवाई में पहुंचे। एडीएम आरएस मंडलोई को प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था नगरा के खिलाफ आवेदन दिया। आवेदन में सोसायटी के प्रबंधक व सेकेटरी पर भ्रष्टाचार एवं किसानों के साथ धोखाधड़ी करने की शिकायत की।

आवेदन में बताया कि हमने सोसायटी से ऋण नहीं लिया। फिर भी हमें डिफाल्टर बताकर सोसायटी द्वारा नोटिस दिया जा रहा है। गांव में प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था हम लेनदेन करते है। सोसायटी के फकीरचंद प्रजापत, आनंदीलाल जैन द्वारा किसानों के साथ धोखाधड़ी की है। केसीसी में जाली हस्ताक्षर करवाकर खाद बेचते थे जिनका खाता भी नहीं है उनसे नगद राशि लेते थे। फिर उसका ऋण हमारे खातों में दर्ज कर दिया है। वो ऋण किसानों को पता नहीं था और आज की तारीख में किसानों को बुला कर बताया जा रहा है कि आपका पैसा बाकी है। जो ऋण हमने लिया ही नहीं उसे माफ कराया जाए या सेकेटरी से भरवाया जाए।

इसलिए किया चक्काजाम

किसानों ने आवेदन देने के बाद संबंधित सोसायटी के प्रबंधक को बुलाने की मांग की। सोसायटी से कोई कर्मचारी आया। लेकिन किसानों का कहना था कि प्रबंधक को बुलाया जाए। इस दौरान किसानों ने कलेक्टोरेट में जय जवान जय किसान की नारेबाजी कर हंगामा कर दिया। तब ग्रामीण एसडीएम व ग्रामीण तहसीलदार आई। किसानों को कहा यहां शोर-शराबा ना करे। जनसुनवाई चल रही है। किसानों ने अधिकारियों से कहा कि हम भी समस्या लेकर आए। समस्या का निराकरण किया जाए। इस दौरान बहसबाजी भी हुई। तब ग्रामीण एसडीएम ने किसानों को कहा कि कुछ नहीं हो सकता। इससे किसान नाराज हो गए और फोरलेन पर जाकर चक्कामजाम कर दिया।

दिव्यांग को भी नहीं मिली व्हीलचेयर

जनसुनवाई में किसानों के साथ दिव्यांग किसान अमृतलाल मकवाना निवासी शिरुखेड़ी ग्राम पंचायत सनावदा भी आया। उसने बताया कि पिता जी का सोसायटी में रिकॉर्ड था। उसको जमा करने कई बार गए। लेकिन जमा नहीं किया। अब मुझे डिफाल्टर घोषित किया जा रहा है। सोसायटी से खाद भी नहीं मिलती। अमृतलाल दोनों पैर से दिव्यांग था। लेकिन जनसुनवाई में उसे व्हीलचेयर भी नहीं मिली।

नगरा के किसान गोपाल चौधरी ने बताया कि नगरा सोसायटी में चार साल से ऋण खाते में किसान राशि जमा कर रहा है। लेकिन अब उन्हें डिफाल्टर बनाया जा रहा है। खाद देने पर रोक लगा दी है। जब हम रुपया जमा कर रहे थे वह रुपया कहां गया। ग्रामीण एसडीएम ने कहा कुछ नहीं होगा। कलेक्टर भी नहीं मिले। अधिकारी भी नहीं आ रहे है। किसानों को भ्रमित किया जा रहा है।

अधिकारी बोलने के लिए तैयार नहीं

किसानों का जांच का आश्वासन देने पर शहर एसडीएम अनिल भाना से भी चर्चा करना चाही। लेकिन उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। सोसायटी के अधिकारियों से भी संपर्क किया। लेकिन नहीं हो पाया।